कॉमनवेल्थ खेलों के आठवें दिन भारत के लिए पहला पदक शूटिंग रेंज से आया. भारत की तेजस्विनी सावंत ने महिलाओं की 50 मीटर राइफल प्रोन स्पर्धा में सिल्वर मेडल हासिल किया. तेजस्विनी ने फाइनल में कड़ी टक्कर दी, लेकिन वह दूसरे स्थान से आगे नहीं बढ़ पाईं. मौजूदा कॉमनवेल्थ की शूटिंग स्पर्धा में भारत का यह 12वां पदक है.
तेजस्विनी का अचूक निशाना
शूटिंग के 50 मीटर राइफल प्रोन इवेंट में तेजस्विनी 618.9 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहीं, जबकि सिंगापुर की मार्टिना लिंडसे ने रिकॉर्ड 621.0 अंक हासिल कर गोल्ड पर कब्जा जमाया. स्कॉटलैंड की सिओनेड (618.1) ने ब्रॉन्ज जीता. इसी स्पर्धा में भारत की अंजुम मौदगिल (602.2) 16वें नंबर पर रहीं.
पदकों का सिक्सर
37 साल की तेजस्विनी की गिनती बेहतरीन शूटरों में होती है. उन्होंने पहली बार 2006 के मेलबर्न कॉमनवेल्थ खेलों में हिस्सा लिया था. कॉमनवेल्थ गेम्स में तेजस्विनी शूटिंग की अगल-अलग कैटेगरी में कुल 6 पदक हासिल कर चुकी हैं. इसके अलावा 2009 म्यूनिख वर्ल्ड चैंपियनशिप में उन्होंने 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. 2010 वर्ल्ड चैंपियनशिप में उन्होंने गोल्ड मेडल अपने नाम किया था.
तेजस्विनी: कॉमनवेल्थ में कब-कब पदक
2018 गोल्ड कोस्ट, 50m राइफल प्रोन, रैंक- 2
2010 दिल्ली, पेयर्स 50m राइफल 3 पोजिशन रैंक- 3
2010 दिल्ली, 50m राइफल प्रोन, रैंक- 2
2010 दिल्ली, पेयर्स 50m राइफल प्रोन, रैंक- 3
2006 मेलबर्न, 10m एयर राइफल , रैंक- 1
2006 मेलबर्न, पेयर्स 10m एयर राइफल , रैंक-1
निशानेबाज तेजस्विनी ने झटके हैं कई पदक
महाराष्ट्र के कोल्हापुर की रहने वाली तेजस्विनी के पिता नेवी के अधिकारी थे. कोल्हापुर से ही उन्होंने शूटिंग के करियर की शुरुआत की थी. कॉमनवेल्थ में उन्होंने 8 साल बाद पदक जीता है.
राष्ट्रमंडल खेलों में छठी बार पदक जीतने के बाद सावंत ने कहा ,‘यह बेहतरीन है. मैं बहुत खुश हूं ,’ भावी योजनाओं के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा ,‘मेरा लक्ष्य 2020 टोक्यो ओलंपिक है, लेकिन फिलहाल ध्यान जकार्ता में अगस्त में होने वाले एशियाई खेलों पर है, इसके बाद दक्षिण कोरिया में विश्व चैंपियनशिप होनी है ,’
राष्ट्रमंडल खेल 2006 में 10 मीटर एयर राइफल एकल में स्वर्ण और अवनीत कौर सिद्धू के साथ युगल में स्वर्ण पदक जीतने वाली तेजस्विनी 2010 विश्व चैपियनशिप में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय बनी थीं.