सीएम योगी आदित्यनाथ शनिवार को पीएसी स्थापना दिवस के मौके पर लखनऊ स्थित पीएससी परिसर में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने बेहतरीन काम करने वाले जवानों को सम्मानित किया। सीएम योगी ने अपने भाषण में कहा कि पीएससी के जवान अपने शौर्य बल के लिए जाने जाते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी पुलिस और पीएससी से जुड़े अधिकारियों को पीएससी को स्थापना दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि बेहतरीन कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए और परंपरागत त्योहारों को पीएससी का काम अत्यंत सराहनीय रहा है। पीएसी अपने शौर्य और पराक्रम के लिए जाना जाता है। न केवल यूपी के अंदर बल्कि देश के विभिन्न राज्यों में आतंरिक सुरक्षा समेत विभिन्न चुनौतियों के लिए तत्पर्य रहकर काम किया है।
सीएम योगी ने कहा कि जब देश की संसद पर आतंकी हमला हुआ था तब यूपी पीएसी की जवानों ने पराक्रम का परिचय दिया था। अयोध्या में श्रीराम जन्म भूमि पर हुए हमले पर भी यूपी पीएससी ने जिस तरह काम किया वह उसके शौर्य का प्रदर्शन किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साढ़े पांच साल के दौरान देश के सबसे बड़े पुलिस बल यूपी पुलिस में एक लाख 60 हजार भर्तियों को ईमानदारी से संपन्न हुआ है। 46 ऐसी कंपनियां जो किन्ही कारणों से समाप्त कर दी गई दी उन्हें अब बहाल करके 41 हजार कार्मिकों को रखा गया। इसके अलावा यूपी पीएसी ने 10 अन्य कंपनियों को भी गठित किया गया है। आज हर पीएसी बटालियन में आवासीय व्यवस्था के लिए हाई राइज बिल्डिंग का निर्माण हो रहा है।
हमने प्रदेश के अंदर 184 निरीक्षकों, 3773 उपनिरीक्षकों के पदों में वृद्धि करके उनके प्रमोशन की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा 256 उपनिरीक्षक, 3030 मुख्य आरक्षी और 11184 आरक्षियों को विभागीय प्रोन्नति दी गई है। प्रदेश के अंदर एसपीआरएफ 1029 पदों पर सृजन, लखनऊ मेट्रो की सुरक्षा के लिए 433 और नोएडा मेट्रो के सुरक्षा के लिए 381 शासन ने इस दौरान दी है।