डस्टबिन की लूट है, लूट सके तो लूट. अलीगढ़ में सोमवार को ऐसा ही नजारा देखने को मिला. दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को यहां कृष्णांजलि सभागार में पर्यावरण दिवस से जुड़े कार्यक्रम में हिस्सा लेना था. इस कार्यक्रम में स्वच्छता का संदेश देने के लिए लोगों को बांटने के वास्ते प्रशासन ने हजारों प्लास्टिक के डस्टबिन (कूड़ेदान) मंगा रखे थे. मुख्यमंत्री को कार्यक्रम में पहुंचने में एक घंटे का विलंब हुआ, इस वजह से ये डस्टबिन लोगों में बांटे नहीं जा सके.
मुख्यमंत्री कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद चले गए तो फिर क्या था. नए नवेले डस्टबिन की ऐसी लूट मची कि पूछो नहीं. क्या बुजुर्ग, क्या महिलाएं, क्या बच्चे और क्या जवान, हर कोई मुफ्त डस्टबिन पर ऐसे टूट पड़ा कि ना जाने कौन सी सौगात बंट रही हो. 5…10…20…जो जितनी ताकत दिखा सका वो उतने ही डस्टबिन लूट कर ले गया. कोई आपस में छीना-झपटी कर रहा था. कोई जमीन पर धड़ाम होकर भी डस्टबिन हाथ से नहीं छोड़ रहा था.
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर कूड़ा पृथकीकरण योजना का आरंभ किया. साथ ही मंडल के तीन सौ करोड़ के विकास कार्य और योजनाओं का शिलान्यास/लोकार्पण किया. योगी ने इस अवसर पर कहा, ‘लोगों को स्वस्थ रखने के लिए हमे स्वच्छता का ध्यान रखना होगा. ऐसा करने से ही स्वच्छ समाज ओर स्वच्छ राष्ट्र की परिकल्पना की जा सकती है. पर्यावरण प्रदूषण पर नियत्रंण नही किया गया तो जीवन जीना मुश्किल हो जाएगा.’
सोमवार को कृष्णांजलि सभागार के कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री अधिकारियों के साथ मीटिंग के लिए कमिश्नरी चले गए थे. कहीं मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में कोई बखेड़ा खड़ा न हो जाय इस कारण प्रशासन के लोग भी चुपचाप खड़े देखते रहे. लोगों को रोकने की कोई कोशिश नहीं की गई. इस मामले पर प्रशासन से बात करने की कोशिश की गई तो अधिकारियों ने मंगलवार को तहसील दिवस में व्यस्त होने का बहाना कर कुछ कहने से कन्नी काट ली.