आंध्र प्रदेश में तीन राजधानी के फॉर्मूले को विधानसभा से मंजूरी मिल गई है. जगन मोहन सरकार की कैबिनेट मीटिंग में तीन राजधानियों से जुड़े बिल को मंजूरी दी गई. इसके बाद यह बिल विधानसभा में पेश हुआ और सोमवार देर शाम ध्वनि मत से पास हो गया.
प्रस्ताव में विशाखापत्तनम को कार्यकारी राजधानी, अमरावती को विधायी राजधानी और कुरनूल को न्यायिक राजधानी की बात है. देश के इतिहास में यह पहला राज्य होगा जहां की तीन-तीन राजधानी होगी.
इससे पहले अब तक महाराष्ट्र और हिमाचल प्रदेश की दो राजधानी होती रही है. प्रस्ताव पर तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के नेताओं ने काफी हंगामा मचाया जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू को पुलिस थाने ले गई.
टीडीपी विधायकों ने प्रस्ताव पर काफी हंगामा मचाया और स्पीकर के आसन तक आ गए. टीडीपी विधायकों की मांग थी कि उनके नेता चंद्रबाबू नायडू को इस मुद्दे पर बोलने दिया जाए. टीडीपी नेताओं ने विधानसभा में ‘जय अमरावती’ के नारे भी लगाए.
चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि दुनिया में कहीं एक प्रदेश की तीन राजधानी नहीं है. आज का दिन काला दिन है, हमलोग अमरावती और आंध्र प्रदेश को बचाना चाहते हैं.
सिर्फ मैं ही नहीं, प्रदेश के लोग इस प्रस्ताव का विरोध कर रहे हैं और सड़कों पर उतर रहे हैं. सरकार सबको गिरफ्तार कर रही है. यह लोकतंत्र के लिए उचित नहीं है.
हंगामे के दौरान टीडीपी के 17 विधायकों को विधानसभा से सस्पेंड कर दिया गया. इसके विरोध में पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू विधासभा की सीढ़ियों पर धरने पर बैठ गए.
टीडीपी नेताओं पर आरोप है कि जब मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी सदन में भाषण दे रहे थे तो उन्होंने ‘जय अमरावती’ के नारे लगाते हुए हंगामा खड़ा किया.