किसानों ने 13 फरवरी को दिल्ली कूच का एलान किया हुआ है। इसपर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हरियाणा सरकार की ओर से किसानों को रोकने के लिए किए जा रहे इंतजामों पर सवाल उठाया है।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह किसानों की जायज मांगों को स्वीकार कर लें। उन्होंने किसानों को दिल्ली कूच से रोकने के लिए रास्तों पर कीलें और कंटीले तार लगाने पर दुख जताते हुए रविवार को ट्वीट किया- ‘बड़े-बड़े कील और कंटीले तार लगाकर आप इंडिया और पंजाब का बॉर्डर न बनाओ…।’
मुख्यमंत्री ने अपने एक्स हेंडल पर लिखा- ‘मेरी केंद्र सरकार से विनती है कि किसानों के साथ बैठकर बात कर लें… उनकी जायज मांगों को मान लें… पंजाब का किसान देश का पेट भरता है… हमारे साथ इतनी नफरत न करों… बड़े-बड़े कील और कंटीले तार लगाकर आप इंडिया और पंजाब का बॉर्डर न बनाओ… ‘
किसान संगठन अगर कानून व्यवस्था अपने हाथ में लेंगे तो इसकी इजाजत बिल्कुल नहीं होगी- विज
हमने हरियाणा को हर हाल में सुरक्षित करना है, वह (किसान संगठन) कानून व्यवस्था अपने हाथ में लेंगे तो इसकी इजाजत बिलकुल भी नहीं दी जाएगी। उक्त जानकारी हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने किसान संगठनों के दिल्ली कूच को लेकर दी। विज रविवार को पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे।
इनेलो विधायक अभय चौटाला के एमएसपी गारंटी के बयान पर गृह मंत्री ने कहा कि सरकार किसानों के हक में काम करना चाहती है, प्रधानमंत्री सहायता राशि तीन किश्तों (दो लाख रुपये) किसानों को दी जा चुकी है और अब भी केंद्र के मंत्री पंजाब में जाकर किसानों से बात कर रहे हैं। विज ने कहा कि सरकार उनसे (किसान संगठन) बात करना चाहती है क्योंकि बातचीत से ही हल होगा।
केजरीवाल रच रहे प्रपंच
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बयान कि उनके साथ आतंकवादी जैसा व्यवहार हो रहा है, पर तंज कसते हुए गृह मंत्री ने कहा कि अभी वह (अरविंद केजरीवाल) एक बार भी अंदर गए तो है नहीं, अंदर जाएंगे तब इनको पता लगेगा कि इनके साथ कैसा सलूक होता है और इनके साथ कहां आतंकवादियों जैसा सलूक किया। विज ने कहा कि ये जेल से बचने के लिए इस तरह के प्रपंच रच रहे हैं ताकि उन्हें जेल न जाना पड़े, ऐसी स्थिति बन जाए और वह जेल से बच जाएं।