यूपी में कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रदेश सरकार अब तक कई अहम फैसले ले चुकी है। स्वास्थ्य विभाग लगातार सक्रिय है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण कर रहे हैं। इन सबके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद भी एहतियात बरत रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने खुद भी कोरोना की जांच करवाई।
दरअसल, योगी सरकार ने तीन साल पूरे कर लिए हैं। इस उपलक्ष्य में लखनऊ के लोकभवन में प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया था। जिसके लिए योगी अपने मंत्री व अफसरों संग भवन के अंदर जा रहे थे। इस दौरान उन्होंने डॉक्टर से अपनी जांच करवाई।
उनके शरीर का तापमान सामान्य पाया गया। जांच के बाद मुख्यमंत्री लोकभवन पहुंचे और मीडिया को संबोधित करते हुए अपनी सरकार के कामकाज का ब्यौरा दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में हमने प्रदेश के सामने मौजूद चुनौतियों को अवसर में बदला और प्रदेश के विकास के रास्ते पर ले गए।
उन्होंने उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि हमने हर क्षेत्र में सफलता हासिल की। यहां निवेश की संभावनाओं को बढ़ाया। अब प्रदेश के सभी 75 जिलों में बिजली की आपूर्ति हो रही है। प्रदेश के 1.67 लाख गांवों में बिजली पहुंच चुकी है।
उन्होंने बताया कि हमारी सरकार ने इंटरस्टेट कनेक्टिविटी को आगे बढ़ाया है। चार शहरों में मेट्रो सेवाएं चालू हो गई हैं। जबकि दो शहरों में काम चल रहा है। उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के सहारे पांच लाख लोगों का हेल्थ बीमा कराया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में भव्य कुंभ का आयोजन किया गया। 1947-2016 तक प्रदेश में सिर्फ 12 मेडिकल कॉलेज थे। तीन सालों में 30 मेडिकल कॉलेजों पर काम हुआ।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश में हर राज्य को वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना लागू करना चाहिए। हर एक क्षेत्र में यूपी नंबर वन दिख रहा है। हर योजना में हमारा राज्य सफल रहा है।
योगी आदित्यनाथ ने किसानों को लेकर भी उपलब्धियां गिनाईं। कहा कि सरकार ने 1.87 किसानों को फायदा पहुंचाया। किसानों के 36 हजार करोड़ रुपये के कर्ज माफ किए गए। किसान सम्मान योजना से 12 करोड़ रुपये बांटे गए। हर गरीब तक योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा रहा है।
इस अवसर पर उन्होंने सरकार के कामकाज को लेकर एक पुस्तिका भी जारी की।