प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिवसीय गोरखपुर दौरे पर हैं, इस दौरान उन्होंने महाशिवरात्रि के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में भगवान शिव की पूजा और रुद्राभिषक किया। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों एवं कुम्भ में पधारे संत-महात्माओं एवं श्रद्धालुओं को महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाशिवरात्रि अंधकार और अन्याय पर नियंत्रण पाने का प्रतीक है।
पूजन व अर्चन कर की दिन की शुरुआत
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार शिव योग में आध्यात्मिक चिंतन और बौद्धिक कार्य करना भी शुभ माना जाता है। यह पर्व हमें लोक कल्याण के लिए प्रतिबद्ध होने की प्रेरणा प्रदान करता है। महाशिवरात्रि का पर्व सृष्टि के प्रारंभ का दिन माना जाता है। वही पूरे देश में महाशिवरात्रि के दिन भगवान शंकर तथा मां पार्वती का विशेष पूजन किया जाता है। मुख्यमंत्री ने अखाड़ों और उनसे संबंधित सभी आचार्य महामंडलेश्वरों, महंतों और संतों को महाशिवरात्रि के अवसर पर प्रयागराज कुंभ में सम्पन्न होने वाले प्रमुख स्नान की शुभकामनाएं भी दीं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उन्होंने कहा कि समाज को सही दिशा प्रदान करने में आप सभी की महत्वपूर्ण भूमिका है। कहा कि महाशिवरात्रि स्नान पर्व को सुचारु ढंग से संपन्न कराने के लिए प्रदेश सरकार ने सभी आवश्यक प्रबंध किए हैं। बता दें आज प्रयागराज में अंतिम पर्व स्नान जारी है. यह स्नान समयबद्ध एवं सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न हो, इसके लिए मेला प्रशासन सहित सभी संबंधितों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।