उत्तर प्रदेश में एक बार फिर बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया गया है. यूपी में रविवार को एक साथ 222 पीसीएस अफसरों का तबादला किया गया है. साथ ही काफी लंबे वक्त से एक ही जिले में तैनात जिलाधिकारों का भी तबादला किया गया है. योगी सरकार ने विकास प्राधिकरणों में नए सचिवों की भी तैनाती की गई है.
यूपी सरकार ने शनिवार को भी 4 आईपीएस अफसरों के तबादले किए थे. इसके पहले 25 मई को भी एक साथ 174 अधिकारियों का तबादला किया गया था. बीते 19 मई को भी 74 आईएएस अधिकारियों के तबादले किए गए थे. जिसमें शशि प्रकाश गोयल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रमुख सचिव नियुक्त किया गया है, जबकि देबाशीष पंडा को प्रमुख सचिव (गृह) के पद से हटा दिया गया था.
कानून-व्यवस्था पर उठते सवालों के बीच योगी सरकार लगातार प्रशासनिक फेरबदल में जुटी है. अधिकारियों का तबादला और नई नियुक्तियों को इस इसी दिशा में उठाया गया कदम माना जा रहा है.
कानून व्यवस्था पर फोकस
यूपी में नई पुलिसिंग व्यवस्था के तहत पिछले दिनों आईपीएस अधिकारी विश्वजीत महापात्रा को वाराणसी जोन में एडीजी के पद पर तैनात किया गया है. इसी प्रकार आनंद कुमार को एडीजी मेरठ जोन बनाया गया है. आईजी मेरठ के पद से हटाए गए अजय आनंद को एडीजी आगरा जोन बनाया गया है . बरेली जोन में एडीजी बृजराज मीणा को तैनात किया गया है. ठीक इसी तरह से अभय कुमार प्रसाद को एडीजी लखनऊ जोन बनाया गया है. आईजी वाराणसी जोन एन रवींद्र को आईजी फायर सर्विस बनाया गया है.V