Citizenship Amendment Act 2019 के विरोध में अमृतसर में भी समुदाय विशेष के लोग सड़कों पर उतर आए हैं। सुल्तानविंड रोड कब्रिस्तान मस्जिद इंतजामियां कमेटी की ओर से नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में रोष मार्च निकाला गया। शहरी इमाम मौलाना मौलाना मुजम्मिल हुसैन कादरी की अध्यक्षता में रोष प्रदर्शन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ नारेबाजी की गई।
मौलाना ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि जो भी बाहर के लोग यहां पर रहते हैं चाहे वो किसी भी धर्म या संप्रदाय के होंं उनकी सुरक्षा को यकीनी बनाया जाए। उन्होंने कहा कि इस बिल के माध्यम से किसी भी वर्ग विशेष को निशाना न बनाया जाए।
मौलाना ने कहा कि पहले पूरी जांच करा ली जाए। अगर कोई उग्रवादी आतंकवादी या दोषी या भारत विरोधी गतिविधि में लिप्त पाया जाता है तो जरूर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए, लेकिन किसी भी निर्दोष को इस कानून का सहारा लेकर शिकार न बनाया जाए।
उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ सरकार से अपील करते हैं कि पूरा भारत पढ़ा लिखा है, जिसमें 125 करोड लोग भारतीय हैं। केवल 2 लोगों के विचार के साथ पूरा भारत नहीं चलता है।
जामा मस्जिद के बाहर Citizenship Amendment Act 2019 का विरोध करते हुए समुदाय के लोगों ने तिरंगा लहराया। कहा कि हिंदुस्तान हमारा है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में सभी जाति-धर्म के लोगों को रहने का हक है।