सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं अभी जारी हैं। लेकिन इस दौरान ही एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। बच्चों की उत्तर पुस्तिकाएं मेट्रो से ले जाई जा रही हैं। मंगलवार को देखा गया कि बिना किसी सिक्योरिटी के एक स्कूल कर्मचारी उत्तर पत्रों को मेट्रोसे सीबीएसई के हेडक्वार्टर ले जा रहा है। इस दौरान मेट्रो में किसी प्रकार की कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी। जब लोगों को पता चला तो वह यह देखकर हैरान रह गए।
बता दें कि माता कस्तूरी देवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल नजफगढ़ का एक कर्मचारी ब्लू लाइन मेट्रो से उत्तर पुस्तिकाओं का पैकेट ले जा रहा था। इसी दौरान मेट्रो में जा रहे एक व्यक्ति ने देखा और कर्मचारी से पूछा तो उसने बताया कि वह कॉलेज से 12वीं की उत्तर पुस्तिका लेकर सीबीएससी हेडक्वार्टर प्रीत विहार लेकर जा रहा है।
नारंग ने इसकी शिकायत सीबीएसई से की है
नारंग नाम का यह व्यक्ति पेशे से वकील हैं जो कि सुनकर हैरान रह गया। नारंग ने इसकी शिकायत सीबीएसई से की है। उसने शिकायत में कहा है कि वह दोपहर करीब 3 बजे द्वारका मेट्रो स्टेशन से जनकपुरी जा रहा था। तभी उसकी नजर एक पैकेट पर पड़ी जिस पर स्कूल का सेंटर संख्या सहित 12वीं उत्तर पुस्तिका केमिस्ट्री पेपर लिखा था।
सीबीएसई बोर्ड ऑफिसर राम शर्मा ने कहा कि अभी तक हमें इसकी कोई शिकायत नहीं मिली है। लेकिन अगर ऐसा है तो यह गलत है। उन्होंने कहा कि उत्तर पत्रों का परिवहन अत्यंत सावधानी से किया जाना चाहिए। शर्मा ने कहा कि यह बहुत ही गोपनीय है। उत्तर पत्र भेजने का एक निर्धारित पैरामीटर है। उन्होंने कहा कि उत्तर पत्रों का इस तरह से खुलेआम परिवहन करना बिलकुल भी ठीक नहीं है। बोर्ड इसकी बिलकुल भी अनुमति नहीं देता है।
इस पर स्कूल के प्रिंसिपल ने सफाई देते हुए कहा कि हमने स्कूल के टीचर को यह उत्तर पुस्तिकाएं अपने वाहन से लेकर भेजा था। वह गाड़ी उत्तर पुस्तिकाओं को सीबीएसई के नोडल सेंटर पर छोड़ गई। इस पैकेट पर स्कूल सेंटर नंबर 8222 भी पड़ा हुआ था। शिकायतकर्ता नारंग ने सीबीएसई से केंद्र और स्कूल अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है जिन्होंने कथित तौर पर मेट्रो में पार्सल भेजा था।