केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने कक्षा 10वीं का गणित और कक्षा 12वीं का अर्थशास्त्र की परीक्षा दोबारा करवाने का फैसला लिया है क्योंकि परीक्षा से पहले ही यह दोनों पेपर लीक हो गए थे। इस मामले में अब तक बहुत सारी बातें सामने आई हैं। हम आपको बताते हैं कब क्या हुआ।
– जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि या तो सीबीएसई सभी पेपर दोबारा करवाए या फिर एक भी ना हो। इसके अलावा उन्होंने हमें न्याय चाहिए के नारे लगाए।
– बोर्ड ने एक सर्कुलर जारी किया है जिसमें बोर्ड की परीक्षाओं की पवित्रता और सभी छात्रों के साथ निष्पक्षता को ध्यान में रखते हुए दोबारा पेपर करवाने का निर्णय लिया है। एक हफ्ते के अंदर वेबसाइट पर नई परीक्षा की तारीखों का ऐलान कर दिया जाएगा।
– सीबीएसई की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से पेपर लीक मामले पर बात की और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा।
– मामले के प्रकाश में आने के बाद प्रकाश जावड़ेकर का कहना है कि सरकार इस मामले पर एक आंतरिक जांच कर रही है और बच्चों को आश्वासन दिया कि सोमवार से एक सख्त सिस्टम बनाया जाएगा।
– सीबीएसई की शिकायत पर पेपर लीक मामले की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है। इसके अलावा मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है।
– बोर्ड परीक्षार्थियों के पैरेंट्स ने सीबीएसई को असमर्थ करार दिया और बच्चों के भविष्य के साथ खेलने की वजह से आलोचना की।
– दसवीं कक्षा की आकांक्षा का कहना है कि मैं नहीं जानती कि मेरी गलती क्या है। मैं गणित के पेपर को दोबारा क्यों लिखूं? मुझे बताइये आखिर मैं ऐसा क्यों करुं? यह मेरी गलती नहीं है। मुझे पेपर लीक होने की वजह से सजा नहीं मिलनी चाहिए।
– दसवीं कक्षा के एक छात्र की मां ने इस मामले पर कहा- हम सभी इस खबर से प्रभावित हुए हैं। आखिर क्यों सीबीएसई ने पेपर को सुरक्षित नहीं रखा? यह आपकी अक्षमता के बारे में बहुत कुछ बोलती है।
– बुधवार को आम आदमी पार्टी ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को पेपर लीक के लिए लताड़ा।
– 15 मार्च को दिल्ली सरकार ने कहा था कि उसके पास 12वीं कक्षा के अकाउंट्स का पेपर लीक होने की खबर आई थी।