अयोध्या विवादित ढांचा विध्वंस मामले में बुधवार को सीबीआइ का फैसला आने को लेकर शहर में अलर्ट कर दिया गया है। हर चौक और चौराहे पर पुलिस मुस्तैद कर दी गई है। वहीं फैजाबाद के जिलाधिकारी रहे दिवंगत आइएएस रामशरण श्रीवास्तव के नौबस्ता स्थित घर पर भी पुलिस बल मंगलवार शाम से ही तैनात है।
अयोध्या में विवादित ढांचा विध्वंस मामले में सीबीआइ की अदालत ने प्रबल साक्ष्य न होने की वजह से केस में शामिल रहे नेताओं को बरी करने का फैसला सुनाया है। फैसला आने से पहले से ही शहर में पुलिस-प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। शहर के प्रमुख चौक चौराहों और संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। किसी भी तरह से कहीं जमावड़ा न लगाने की ताकीद की गई है। सुरक्षा के मद्देनजर पूरे शहर में पुलिस बल को सतर्क रहने को कहा गया है। शहर में पुलिस व प्रशासनिक अफसरों को एक साथ गस्त करने को कहा गया है।
वहीं फैजाबाद के तत्कालीन डीएम रहे दिवंगत आाइएएस रामशरण के नौबस्ता स्थित घर पर एक सिपाही व दो होमगार्ड तैनात किए गए हैं। नौबस्ता थाना प्रभारी कुंजबिहारी मिश्र ने बताया कि आइएएस रामशरण श्रीवास्तव के परिवार में दो शादीशुदा बेटियां हैं। बड़ी बेटी सिंगापुर में और दूसरी बेंगलुरू में अपने परिवारों संग रह रही हैं। नौबस्ता में विराट नगर चौकी के पास स्थित दिवंगत आइएएस के घर पर केवल दो किरायेदार रहते हैं। आठ दिन पहले ही आइएएस रामशरण श्रीवास्तव का बीमारी के चलते निधन हो गया था, तब छोटी बेटी व दामाद और रिश्तेदारों ने आकर अंतिम संस्कार किया था। इसके बाद वे सभी चले गए।