खेल

दुखद:पूर्व PAK हॉकी कप्तान मंसूर अहमद का निधन,ईलाज के लिए आना चाहते थे भारत

भारतीय सरकार से अपने दिल की बीमारी के इलाज के लिए वीजा का अनुरोध करने वाले पाकिस्तान के पूर्व स्टार हॉकी गोलकीपर मंसूर अहमद का निधन हो गया। साल 1994 में विश्व कप खिताब जीतने वाली पाकिस्तान हॉकी टीम के …

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FIFA WC 2018:’ग्रुप D’ की स्टार टीम ब्राजील खत्म करना चाहेगा 16 साल का सूखा

ग्रुप ‘ई' में सभी की निगाहें ब्राजील पर रहेंगी। चार साल पहले की कड़वी यादों को भुलाकर पांच बार की चैंपियन ब्राजील टीम 16 साल का खिताबी सूखा खत्म करना चाहेगी। सितारों से सजी इस टीम में नेमार के अलावा कई दिग्गज भी हैं। यदि कोई उलटफेर न हुआ तो ब्राजील का अंतिम-16 तक का रास्ता आसान नजर आता है। हालांकि इस ग्रुप की अन्य टीमें स्विट्जरलैंड, कोस्टारिका और सर्बिया भी चमक बिखेरने को तैयार हैं। सुफल भट्टाचार्य का आकलन.... कोस्टारिका चार साल पहले वर्ल्ड कप में कोस्टारिका ने सनसनी फैला दी थी। उरुग्वे और इटली जैसी कई बड़ी टीमों को मात देते हुए टीम ने क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया था, जहां हालैंड ने उसे पेनाल्टी शूटआउट में हराया था। तब कोच रहे जार्ज लुईस पिंटो अब टीम के साथ नहीं हैं। ऑस्कर रेमिरेज को कोच बनाया गया है। कोस्टारिका ने शानदार अंदाज में क्वालिफाई करने में सफलता पाई है। टीम में टैलेंट की कमी नहीं है। जोएल कैम्पबेल, ब्रायन रूईज और ब्रायन ओविएडो विपक्षी टीमों पर भारी पड़ सकते हैं। FIFA WC 2018:जब 'हेडबट के साथ महानायक जिदान के करियर का हुआ दुखद अंत खास खिलाड़ी: केलोर नावास, ब्रायन रूइज कोच: ऑस्कर रेमिरेज शैली: 5-4-1 04 वर्ल्ड कप खेले 00 एक बार भी खिताब नहीं जीता फीफा रैंकिंग: 25  विश्व कप में मैच पहला मैच: 17 जून कोस्टारिका vs सर्बिया दूसरा मैच: 22 जून ब्राजील vs कोस्टारिका तीसरा मैच: 27 जून स्विट्जरलैंड vs कोस्टारिका 2/4 स्विट्जरलैंड का विश्व कप में सफर नहीं रहा है कोई खास स्विट्जरलैंड का विश्व कप इतिहास कुछ खास नहीं रहा है। प्लेऑफ में नार्दर्न आयरलैंड को हराने के बाद स्विस टीम ने वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई किया है। टीम के लिए इस सफर में सेफेरोविच ने सबसे ज्यादा चार गोल किए हैं। इतिहास गवाह है, 1954 के बाद विश्व कप जैसे बड़े स्टेज पर स्विस टीम असफल ही रही है। हालांकि टीम का डिफेंस कमजोर नहीं है, लेकिन आक्रमण में कुछ खामियां नजर आती है।  FIFA WC 2018:विश्व विजेता जर्मनी को आॅस्ट्रिया से 32 साल में पहली बार मिली हार खास खिलाड़ी  हैरिस सेफेरोविच, शेरदान शाकिरी, ग्रेनिट जाका कोच: व्लादीमिर पेतोकोविच पसंदीदा शैली: 4-5-1  10 वर्ल्ड कप खेले 00 एक बार भी खिताब नहीं जीता फीफा रैंकिंग: 06  विश्व कप में मैच पहला मैच: 17 जून- ब्राजील vs स्विट्जरलैण्ड दूसरा मैच: 22 जून-स्विट्जरलैंड vs सर्बिया तीसरा मैच: 27 जून- स्विट्जरलैंड vs कोस्टारिका 3/4 आठ साल बाद विश्व कप में खेलेगी सर्बियाई टीम आठ साल के अंतराल के बाद सर्बिया ने वर्ल्ड कप में दोबारा खेलने का हक हासिल किया है। क्वालिफाइंग दौर में टीम ने 20 गोल किए। अलेक्जेंडर मितरोविच ने छह गोल दागे। चेल्सी के पूर्व स्टार ब्रानिसलाव इवानोविच पर टीम को भरोसा है। टीम अस्थायी कोच म्लादान क्रासतैजिक के साथ अपना अभियान शुरू करेगी। FIFA WC 2018:विश्व कप से पहले वार्म अप मैच में ENG ने NGA को 2-0 से हराया खास खिलाड़ी: ब्रानिस्लाव इवानोविच, अलेक्जेंडर मितरोविच, नेमांजा मैटिच पसंदीदा शैली: 3-4-3 कोच: म्लादान क्रासतैजिक 11 वर्ल्ड कप खेले (यूगोस्लाविया और मोंटेनेग्रो को मिलाकर) 00 एक भी बार खिताब नहीं जीता फीफा रैंकिंग: 35  पहला मैच: 17 जून- सर्बिया vs कोस्टारिका दूसरा मैच: 22 जून- सर्बिया vs स्विट्जरलैंड तीसरा मैच: 27 जून- सर्बिया vs ब्राजील 4/4 ब्राजील की टीम खत्म करना चाहेगी 16 साल का सूखा इस ग्रुप की स्टार टीम ब्राजील है। चार साल पहले अपने समर्थकों के बीच विश्व कप सेमीफाइनल में जर्मनी के हाथों धुलाई के सदमें से यह टीम उबर गई है। सितंबर 2016 में कोच पद की जिम्मेदारी टिटे को सौंपी गई थी। उन्होंने टीम को दोबारा मजबूत किया है। पांच बार की चैंपियन ब्राजील, रूस में खिताब की प्रबल दावेदार है। उसने आखिरी बार 2002 में खिताब जीता था। वैसे भी बड़ी प्रतियोगिताओं में ब्राजील का दावा कभी कमजोर नहीं रहा है। टिटे ने एक ऐसी टीम तैयार की है, जो सिर्फ पेरिस सेंट जर्मेन के नेमार जूनियर के आसपास ही केंद्रित नहीं है। नेमार के अलावा टीम में मार्सेलो, डेनी अल्वेस और थियागो सिल्वा जैसे कई स्टार खिलाड़ी भी हैं। FIFA WC 2018:नेमार ने गोल ठोक कर मनाया चोट से वापसी का शानदार जश्न खास खिलाड़ी: नेमार जूनियर, कोटिन्हो, पोलिन्हो, ग्रैब्रियल जीसस, फर्मिनो पसंदीदा शैली: 4-1-4-1 कोच: टिटे 20 वर्ल्ड कप खेले 05 बार खिताब जीता फीफा रैंकिंग: 02  विश्व कप में मैच पहला मैच: 17 जून-ब्राजील vs स्विट्जरलैंड दूसरा मैच: 22 जून-ब्राजील vs कोस्टारिका तीसरा मैच: 27 जून-ब्राजील vs सर्बिया

ग्रुप ‘ई’ में सभी की निगाहें ब्राजील पर रहेंगी। चार साल पहले की कड़वी यादों को भुलाकर पांच बार की चैंपियन ब्राजील टीम 16 साल का खिताबी सूखा खत्म करना चाहेगी। सितारों से सजी इस टीम में नेमार के अलावा …

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महिला हॉकी:एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल में लड़कर हारा भारत

भारतीय महिला हॉकी टीम रविवार को एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल में दक्षिण कोरिया से 0-1 से हार गई और इस कारण उसकी तीसरी खिताबी जीत की ख्वाहिश अधूरी रह गई। दक्षिण कोरिया ने हालांकि, फाइनल में जीत हासिल करने के साथ ही पहली एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी अपने नाम की है। इस मैच में दोनों टीमों के अच्छे डिफेंस का प्रदर्शन देखने का मौका मिला। इस कारण, पहले क्वार्टर फाइनल में दोनों टीमों में से कोई भी एक भी गोल नहीं दाग पाई। दूसरे क्वार्टर में 19वें मिनट में दक्षिण कोरिया को पेनाल्टी कॉर्नर से गोल करने का मौका मिला, लेकिन इस टूनार्मेंट के लिए टीम की कप्तान और गोलकीपर सविता ने शानदार बचाव करते हुए इसे असफल कर दिया।  दक्षिण कोरिया के लिए यंगसिल ने 24वें मिनट में दागा गोल इसी प्रकार का प्रदर्शन सविता ने 21वें मिनट में दिखाया, जब उन्होंने दक्षिण कोरिया को एक बार फिर मिले पेनाल्टी कॉर्नर के अवसर पर पानी फेर दिया। उन्होंने शानदार डाइव करते हुए गेंद को भारत के गोल पोस्ट तक नहीं पहुंचने दिया। हालांकि, भारत की किस्मत ज्यादा देर तक अच्छी नहीं रही। दक्षिण कोरिया की खिलाड़ी यंगसिल ने 24वें मिनट में फील्ड गोल करते हुए अपनी टीम का खाता खोला। भारत ने अपने खेल में तेजी लाते हुए स्कोर को बराकर करने की कोशिश की, लेकिन असफल रही। आक्रामक खेल के बावजूद गोल नहीं कर सका भारत तीसरे क्वार्टर में गोलकीपर सविता एक स्टार के रूप में उभरी। उन्होंने दक्षिण कोरिया की दूसरे गोल की हर कोशिश को नाकाम किया। 43वें मिनट में मेजबान टीम को पेनाल्टी कॉर्नर पर गोल का अवसर मिला था, लेकिन सविता ने एक बार फिर डाइव मारते हुए इसे नाकाम कर दिया। भारतीय टीम का डिफेंस अच्छा काम कर रहा था, लेकिन जीत के लिए उसे गोल करने की जरूरत थी। भारतीय टीम ने एक भी गोल नहीं दागा। आक्रामक खेल दिखाने के बावजूद भारतीय टीम गोल नहीं दाग पाई और उसे अंत में दक्षिण कोरिया से 0-1 से हार का सामना करना पड़ा।

भारतीय महिला हॉकी टीम रविवार को एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल में दक्षिण कोरिया से 0-1 से हार गई और इस कारण उसकी तीसरी खिताबी जीत की ख्वाहिश अधूरी रह गई। दक्षिण कोरिया ने हालांकि, फाइनल में जीत हासिल करने …

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VIRAL PIC: छेत्री के पैर पकड़ने लगा फैन, तो ऐसा था उनका रिऐक्शन

मुंबई में हो रहे इंटरकॉन्टिनेंटल फुटबॉल कप में भारत ने अपने दूसरे मैच में केन्या को 3-0 से हराकर फाइनल में जगह बना ली है। पहले मैच के बाद भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने फैन्स से अपील …

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इस पाकिस्तानी खिलाड़ी ने की शर्मनाक हरकत, अंपायर के आउट देने पर कर दिया कुछ ऐसा

पाकिस्तानी खिलाड़ी फवाद आलम ने अंपायर द्वारा आउट करार दिए जाने पर नाराज होकर ड्रेसिंग रूम का शीशा तोड़ डाला। अपनी इस बचकानी हरकत के बाद फवाद सुर्खियों में आ गए हैं। फवाद इंग्लैंड के खिलाफ खेली जा रही टेस्ट सीरीज़ में पाकिस्तानी टीम में जगह नहीं बना पाए और वो लंकाशायर लीग खेल रहे हैं। गुस्से में फवाद ने तोड़ा शीशा इस लीग में सील्थ्रोंन क्रिकेट क्लब और क्लोन क्रिकेट क्लब के बीच खेले गए मुकाबले में फवाद आलम अंपायर द्वारा आउट दिए जाने से इतने नाराज हो गए कि उन्होंने ड्रेसिंग रूम में जाकर शीशा तोड़ डाला। सील्थ्रोंन क्रिकेट क्लब के बल्लेबाज फवाद आलम को अंपायर ने टाइम आउट के तहत आउट करार दे दिया इसके बाद वे बेहद नाराज हो गए और गुस्से में खिड़की का शीशा तोड़ डाला। इस वजह से फवाद को आया गुस्सा पाक टेस्ट टीम की घोषणा, फवाद आलम की हुई वापसी यह भी पढ़ें सील्थ्रोंन क्रिकेट क्लब की बल्लेबाजी के दौरान जब पहला विकेट गिरा तब बल्लेबाजी के लिए फवाद आलम को मैदान पर उतरना था। उन्होंने मैदान पर उतरने के लिए निर्धारित 3 मिनट से ज्यादा का समय लिया जिस कारण उनको अंपायर ने 'टाइम आउट' करार दे दिया। अगर खिलाड़ी निर्धारित समय में मैदान पर बल्लेबाजी के लिए नहीं उतरता है तो उसे कोड ऑफ कंडक्ट के उल्लंघन का दोषी माना जाता है। इस तरह से आउट दिए जाने से नाराज फवाद ने ड्रेसिंग रूम की खिड़की का कांच तोड़ दिया।  ऐसा है फवाद का रिकॉर्ड तो इसलिए ड्रेसिंग रूम में सचिन रहते थे असहज यह भी पढ़ें 32 साल के फवाद ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 3 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमे उन्होंने 6 पारियों में बल्लेबाजी करते हुए 250 रन बनाए हैं, इसमें एक शतक भी शामिल है। उन्होंने पाकिस्तान के लिए 38 एकदिवसीय मैच भी खेले हैं जिसमे उन्होंने 40 की औसत से 966 रन बनाए हैं। वनडे मे वह 6 अर्धशतक और एक शतक बना चुके हैं। इसके साथ ही उन्होंने टी20 क्रिकेट में 24 मैच खेले हैं। फवाद आलम ने श्रीलंका के खिलाफ अपने पहले ही टेस्ट मैच में शतकीय पारी खेली थी। जिसके बाद उनकी काफी तारीफ हुई थी लेकिन उसके बाद उनका फॉर्म उतना अच्छा नहीं रहा और वो टीम से अंदर-बाहर होते रहे।

पाकिस्तानी खिलाड़ी फवाद आलम ने अंपायर द्वारा आउट करार दिए जाने पर नाराज होकर ड्रेसिंग रूम का शीशा तोड़ डाला। अपनी इस बचकानी हरकत के बाद फवाद सुर्खियों में आ गए हैं। फवाद इंग्लैंड के खिलाफ खेली जा रही टेस्ट सीरीज़ …

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गाली लिखा बल्ला लेकर मैदान पर उतरा ये दिग्गज बल्लेबाज़, ICC करेगी कड़ी कार्रवाई!

पाकिस्तान के खिलाफ लीड्स टेस्ट को पारी और 55 रन से जीतने के बाद इंग्लैंड के एक खिलाड़ी को आइसीसी से कड़ी फटकार पड़ सकती है। इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज़ जोश बटलर इस टेस्ट मैच के दौरान एक विवाद में फंस गए हैं। दरअसल इस टेस्ट मैच के दौरान बटलर ने जिस बल्ले से बल्लेबाज़ी कर रहे थे उस पर एक गाली लिखी हुई थी। बटलर के बल्ले पर लिखी थी गाली  लीड्स में खेले गए इस मैच के दौरान कैमरे में कुछ ऐसी चीजें कैद हुई, जिसकी जोस बटलर अब मुश्किल में पड़ सकते हैं। बटलर के बैट पर अंग्रेजी में गाली लिखी दिखी। अब उनके इस बैट की फोटो सोशल मीडिया पर खूब ट्रोल हो रही है। इस तरह पता चला बैट पर लिखी गाली के बारे में 10वें नंबर पर खेलने आए स्टूअर्ट ब्रॉड के आउट होने के बाद बटलर ने ड्रिक्स ब्रेक के लिए अपना हेलमेट और बल्ला मैदान पर रख दिया था। इस दौरान कैमरामैन ने उनके बल्ले के उपरी हिस्से पर जूम किया तो उस पर इंग्लिश में गाली लिखी हुई थी। उनके बल्ले के ऊपरी हिस्से पर F**K it लिखा हुआ था। देखें, गली में क्रिकेट खेल रहे पाकिस्तानी लड़के को ICC ने दिया आउट, जानकर नहीं रोक पाएंगे हंसी यह भी पढ़ें आइसीसी से पड़ सकती है फटकार अब एशेज में निकला फिक्सिंग का जिन्न, ये दो भारतीय करना चाहते थे मैच फिक्स यह भी पढ़ें आइसीसी के क्लो थिंग और इक्यूजपमेंट रूल्स के मुताबिक कपड़ों, बल्लेल व शरीर पर कोई भी निजी संदेश आईसीसी की अनुमति के बाद ही मैच के दौरान प्रदर्शित किया जा सकता है। पहली बार ये अपराध करने पर बटलर को आइसीसी की डांट का सामना करना पड़ सकता है। बटलर को मिला मैन ऑफ द मैच  पाकिस्तान के खिलाफ लीड्स टेस्ट में बटलर ने 101 गेंदों पर नाबाद 80 रन की पारी खेली थी। उनकी इस बेहतरीन पारी की वजह से ही इंग्लैंड ने पाकिस्तान पर बड़ी बढ़त बनाई थी और फिर इंग्लिश गेंदबाज़ों ने भी बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए अपनी टीम को पारी और 55 रन से जीत दिला दी। बटलर को उनकी नाबाद 80 रन की पारी के लिए मैन ऑफ द मैच के खिताब से भी नवाज़ा गया था।   दमदार फॉर्म में हैं बटलर आइपीएल 2018 के दौरान राजस्थाान रॉयल्स के लिए खेलते हुए जोस बटलर ने अपनी बल्लेबाजी से खूब सुर्खियां बटोरी थी। बटलर ने लगातार पांच आइपीएल मैचों में अर्धशतक लगाकर सभी को चौंकाया था। ऐसा करके उन्होंने वीरेंद्र सहवाग के रिकॉर्ड की बराबरी की। बटलर की शानदार पारियों की मदद से राजस्थान की टीम प्लेऑफ में पहुंचने में सफल हो सकी थी।

पाकिस्तान के खिलाफ लीड्स टेस्ट को पारी और 55 रन से जीतने के बाद इंग्लैंड के एक खिलाड़ी को आइसीसी से कड़ी फटकार पड़ सकती है। इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज़ जोश बटलर इस टेस्ट मैच के दौरान एक विवाद में …

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22 वर्षीय राशिद खान ने फिर बनाया World Record, देखती रह गई दुनिया

अफगानिस्तान ने देहरादून में खेले गए पहले टी 20 मैच में बांग्लादेश को 45 रन से मात दे दी। इस मुकाबले में अफगानिस्तान की जीत के हीरो रहे मिस्ट्री स्पिनर राशिद खान। राशिद ने बांग्लादेश के खिलाफ पहले टी20 मैच में तीन विकेट लेते हुए अपनी टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। उन्होने बल्लेबाज़ी में सिर्फ दो गेंद खेली और एक छक्का भी जड़ा। लेकिन इस मुकाबले में राशिद ने एक वर्ल्ड रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया। राशिद ने बनाया विश्व रिकॉर्ड बांग्लादेश के खिलाफ तीन विकेट लेकर राशिद खान ने एक विश्व रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया। राशिद अब अंतरराष्ट्रीय टी 20 मैचों क्रिकेट में सबसे जल्दी 50 विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बन गए हैं। इस मिस्ट्री स्पिन गेंदबाज़ ने यह कमाल सिर्फ 2 साल 220 दिन में किया है। अपने 31वें मैच में राशिद ने यह उपलब्धि अपने नाम की और वो इस मुकाम तक तेज़ी से पहुंचने वाले संयुक्त रूप से दूसरे गेंदबाज भी बन गए। राशिद से पहले ये काम दक्षिण अफ्रीका के स्पिनर इमरान ताहिर ने 31 मैचों में 50 टी20 विकेट लेकर हासिल किया था। अफगानिस्तान के 16 वर्षीय खिलाड़ी ने बनाया विश्व रिकॉर्ड, वकार यूनुस को छोड़ा पीछे यह भी पढ़ें राशिद नहीं तोड़ सके इनका रिकॉर्ड 19 वर्षीय राशिद खान ने बनाया विश्व रिकॉर्ड, मिचेल स्टार्क को पीछे छोड़कर निकले सबसे आगे यह भी पढ़ें टी 20 क्रिकेट में सबसे कम मैचों में 50 विकेट चटकाने का करिश्मा श्रीलंका के अजंथा मेंडिंस के नाम दर्ज है। मेंडिस ने सिर्फ 26 मैचों में विकेटों का अर्धशतक लगाने का कमाल किया था। राशिद ने बांग्लादेश के खिलाफ सिर्फ 13 रनों पर 3 विकेट लेकर अपनी टीम को 45 रनों से जीत दिलाते हुए तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त भी दिलाई। राशिद ने 26 अक्टूबर 2015 को जिम्बाब्वे के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय टी20 डेब्यू किया था। अब उन्होंने 31वें मैच में यह खास मुकाम हासिल किया। राशिद के नाम है एक और विश्व रिकॉर्ड राशिद ने इसी साल एक और विश्व रिकॉर्ड बनाया था जब विश्व कप क्वालीफायर के दौरान वे सबसे तेजी से 100 अंतरराष्ट्रीय वनडे विकेट लेने वाले गेंदबाज बने थे। वे इस मंजिल तक पहुंचने वाले सबसे युवा गेंदबाज भी बने थे

अफगानिस्तान ने देहरादून में खेले गए पहले टी 20 मैच में बांग्लादेश को 45 रन से मात दे दी। इस मुकाबले में अफगानिस्तान की जीत के हीरो रहे मिस्ट्री स्पिनर राशिद खान। राशिद ने बांग्लादेश के खिलाफ पहले टी20 मैच में …

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संजीता चानू के डोप में फंसने के पीछे की कहानी पर संदेह, भारतीय संघ ने IWF से मांगे सबूत

संजीता चानू के डोप में फंसने के पीछे कहानी गहराती जा रही है। इंटरनेशनल वेटलिफ्टिंग फेडरेशन ने दावा किया है कि इंडियन वेटलिफ्टिंग फेडरेशन को अमेरिकन डोप एजेंसी (यूसाडा) ने 19 जनवरी को संजीता के डोप में फंसने के बारे में बता दिया था। भारतीय संघ का कहना है कि उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं दी गई। जानकारी दिए जाने के बारे में भारतीय संघ ने आईडब्लूएलएफ से न सिर्फ सुबूत मांग लिए हैं बल्कि उल्टा उसी से सवाल कर दिया है कि अगर उन्हें संजीता के फंसने के बारे में खुद पता लग गया था तो डोप रिजल्ट मैनेजमेंट की जिम्मेदारी उनकी होने के बावजूद संजीता को प्रतिबंधित क्यों नहीं किया गया। इसके उलट आईडब्लूएफ ने चार मई को गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों के लिए जारी की गई आधिकारिक रैंकिंग में संजीता का नाम खुद डाला।  आईडब्लूएफ की ओर रैंकिंग जारी किए जाने के बाद पांच मई को कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन ने गोल्ड कोस्ट में भाग लेने वाले लिफ्टरों की घोषणा की। यही नहीं आईडब्लूएफ की ओर से भारतीय संघ को दी गई जानकारी में यह बात सामने आती है कि चार जनवरी को सॉल्ट लेक, उटाह स्थित लैब ने संजीता की डोप रिपोर्ट वाडा और आईडब्लूएफ को भेजी है। इसके बाद नौ जनवरी को संजीता के गलत ईमेल पर यूसाडा ने रिपोर्ट भेजी जिसकी कॉपी आईडब्लूएफ को की गई। इसके बाद यूसाडा ने 19 जनवरी को भारतीय संघ के अलावा आईडब्लूएफ को फिर रिपोर्ट भेजी। संजीता चानू भारतीय संघ का कहना है कि अगर रिपोर्ट पहले ही आ गई थी तो प्रतिबंध लगाने की जिम्मेदारी आईडब्लूएफ की बनती है। उसे तत्काल संजीता को प्रतिबंधित कर देना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया बल्कि संजीता को गोल्ड कोस्ट में खेलने की मंजूरी खुद आईडब्लूएफ ने रैंकिंग जारी कर दी।   भारतीय संघ का कहना है कि संजीता अगर पहले प्रतिबंधित कर दी जातीं तो उन्हें गोल्ड कोस्ट में खेलने से रोका जा सकता था। अब आईडब्लूएफ ने खुद ही जानकारी मांगी है कि 18 नवंबर को डोप सैंपल होने के बाद संजीता कौन से अंतरराष्ट्रीय कंपटीशनों में खेली हैं। यही कारण है कि भारतीय संघ इस मामले को संदेह की निगाह से देखते हुए संजीता के लिए पूरी तरह से लड़ाई लड़ने जा रहा है

संजीता चानू के डोप में फंसने के पीछे कहानी गहराती जा रही है। इंटरनेशनल वेटलिफ्टिंग फेडरेशन ने दावा किया है कि इंडियन वेटलिफ्टिंग फेडरेशन को अमेरिकन डोप एजेंसी (यूसाडा) ने 19 जनवरी को संजीता के डोप में फंसने के बारे …

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मैं निर्दोष हूं, निलंबन के खिलाफ अपील करूंगी : संजीता

डोपिंग का आरोप झेल रहीं भारतीय भारोत्तोलक संजीता चानू ने इस मामले में खुद को निर्दोष बताया है। संजीता ने कहा कि वह डोप टेस्ट में कथित तौर पर नाकाम रहने के लिए उन पर लगाए गए अस्थायी निलंबन को चुनौती देंगी। गौरतलब है कि गोल्ड कोस्ट राष्ट्रकुल खेलों में महिलाओं के 53 किग्रा भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने वाली संजीता को अंतरराष्ट्रीय भारोत्तोलन महासंघ (आईडब्ल्यूएफ) ने निलंबित कर दिया था। उनके नमूने में 'एनाबॉलिक स्टेराइड टेस्टोस्टेरॉन" का टेस्ट पॉजीटिव पाया गया था। उनका नमूना पिछले साल नवंबर में एनाहीम (अमेरिका) में विश्व चैंपियनशिप से पहले लिया गया था। आईडब्ल्यूएलएफ संजीता के साथ : संजीता को हालांकि भारतीय भारोत्तोलन महासंघ (आईडब्ल्यूएलएफ) के अध्यक्ष सहदेव यादव का समर्थन हासिल है जिन्होंने कहा- मुझे पूरा विश्वास है कि यह मणिपुरी निर्दोष है। उन्होंने कहा-यह हमारी समझ से परे है कि डोप परिणाम में इतनी देर क्यों की गई। नमूना लिए जाने के बाद उन्होंने नवंबर में विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा लिया और इसके बाद संजीता ने अप्रैल में गोल्डकोस्ट राष्ट्रकुल खेलों में स्वर्ण पदक जीता। हम इसके खिलाफ लड़ेंगे कि ऐसा क्यों हो रहा हैं। किसी भी मामले में हम 'बी" नमूने की जांच के लिए लिखते हैं। परिणाम मिलने के बाद हम (आईडब्यूएफ में) मामला रखने के लिए शीर्ष वकील की सेवाएं लेंगे। मुझे पक्का विश्वास है कि संजीता ने कोई प्रतिबंधित दवाई नहीं ली। मुझे पूरा विश्वास है कि हम उसे निर्दोष साबित करने में सफल रहेंगे। ...तो लग सकता है प्रतिबंध : सहदेव ने कहा- संजीता ने राष्ट्रकुल खेलों में जो स्वर्ण पदक जीता है, उसके छीने जाने का खतरा नहीं है। अगर संजीता का 'बी" नमूना भी पॉजीटिव पाया जाता है तो उन पर चार साल का प्रतिबंध लग सकता है।

डोपिंग का आरोप झेल रहीं भारतीय भारोत्तोलक संजीता चानू ने इस मामले में खुद को निर्दोष बताया है। संजीता ने कहा कि वह डोप टेस्ट में कथित तौर पर नाकाम रहने के लिए उन पर लगाए गए अस्थायी निलंबन को …

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FIFA World Cup : इन सितारा खिलाड़‍ियों पर रहेगी सबकी निगाहें

विश्व कप के इतिहास में कई दिग्गज गोल स्कोरर हुए हैं। गेर्ड मुलर (वेस्ट जर्मनी), पाओलो रोसी (इटली), रोनाल्डो (ब्राजील), गेब्रियल बतिस्तुता (अर्जेंटीना), मार्को वेन बास्टेन (नीदरलैंड्स) ऐसे गोल स्कोरर रहे हैं, जिन्होंने अपने प्रदर्शन से विश्व कप को कई यादगार लम्हे दिए हैं। 14 जून से रूस में शुरू होने वाले विश्व कप में एक बार फिर अलग-अलग देशों के स्ट्राइकर आगे आकर प्रदर्शन करना चाहेंगे। तो आइए आपको बताते हैं इस बार के कुछ शानदार स्ट्राइकरों के बारे में जिन पर पूरी दुनिया की नजरें होंगी। क्रिस्टियानो रोनाल्डो (पुर्तगाल) : 2006 फुटबॉल विश्व कप क्वालीफाइंग में पुर्तगाली स्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने सात गोल किए थे और दूसरे नंबर पर रहे थे। यहीं से उनके शानदार सफर की शुरुआत हुई। इस विश्व कप में वह सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी के खिताब से नवाजे गए। पेनल्टी शूट आउट में उनके ही गोल के बाद पुर्तगाल की टीम सेमीफाइनल में पहुंची थी। छह फरवरी 2007 को अपने जन्मदिन पर उन्हें पहली बार अपने देश की कप्तानी करने का मौका मिला। यूरो कप 2008 में उन्हें पहली बार सात नंबर जर्सी दी गई। इस टूर्नामेंट में उन्होंने क्वालीफाइंग में आठ गोल किए। रोनाल्डो के क्लब करियर के बारे में सब वाकिफ हैं। पुर्तगाल के लिए 149 मैचों में रोनाल्डो 81 गोल दाग चुके हैं और अपने चौथे विश्व कप में उन पर पुर्तगाल को विजेता बनाने की जिम्मेदारी है। लियोनेल मैसी (अर्जेंटीना) : अर्जेंटीनी स्टार लियोनेल मैसी का एकमात्र सपना अपनी टीम को फुटबॉल विश्व कप विजेता बनाना है। बार्सिलोना क्लब का यह खिलाड़ी अब देश के इस सपने को पूरा करने के लिए तैयार है। 124 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में 64 गोल कर चुके अर्जेंटीना की सबसे बड़ी उम्मीद मैसी ही हैं। 2005 में अंडर-20 विश्व कप फाइनल में दो गोल करके रातों रात मैसी सुर्खियों में आ गए थे। जिसके बाद आखिरकार उन्हें 2006 विश्व कप खेलने का मौका मिला। मैसी अब तक तीन विश्व कप खेल चुके हैं और चौथे विश्व कप में उनके सामने बड़ी चुनौती होगी, क्योंकि यह उनका आखिरी विश्व कप भी हो सकता है। नेमार (ब्राजील) : नेमार 2010 से ब्राजील की फुटबॉल टीम में शामिल हैं। पांच मार्च 2014 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक दोस्ताना मुकाबले में उन्होंने गोल की हैट्रिक लगाई थी। यहीं से वह दुनिया के सामने स्टार बनकर उभरे थे। विश्व कप 2014 में वह क्रोएशिया के खिलाफ अपना 50वां अंतरराष्ट्रीय मुकाबला खेले। इस टूर्नामेंट में वह तीसरे सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी बने थे और उन्होंने ब्रांज शू का खिताब जीता था। नेमार भले ही इस बार फिटनेस से जूझ रहे हों, लेकिन वह ब्राजील के लिए एक बड़ी उम्मीद हैं। ब्राजील के लिए अब तक खेले 83 मैचों में वह 53 गोल दाग चुके हैं। रॉबर्ट लेवांदोवोस्की (पोलैंड) : पोलिश फुटबॉल के किंग और निसंदेह दुनिया के शीर्ष स्ट्राइकरों में से एक रॉबर्ट लेवांदोवोस्की अपने देश को विश्व कप का खिताब जिताने के लिए बेकरार हैं। रॉबर्ट दोनों पैरों से किक लगा सकते हैं। कुछ सालों से वह यूरोप के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलरों में से एक हैं। कप्तान के रूप में भी वह अपनी टीम को जिताने के लिए तैयार हैं। यूरोपियन विश्व कप क्वालीफाइंग में रॉबर्ट ने 16 गोल किए थे। अपने करियर में वह अब तक 91 मैचों में 51 गोल कर चुके हैं। यह आकंड़े उनकी क्षमता बताने के लिए काफी हैं। हैरी केन (इंग्लैंड) : हैरी केन के कंधों पर ही इंग्लैंड को विश्व कप खिताब दिलाने की प्रशंसकों की उम्मीदें टिकी हुई हैं। वह इंग्लैंड को खिताब दिलाने की क्षमता भी रखते हैं। टॉटनहम हॉट्सपर के स्टार स्ट्राइकर हैरी इंग्लैंड के कप्तान भी हैं। हैरी अपनी टीम की लिस्ट में नंबर एक खिलाड़ी हैं, क्योंकि उनकी गोल पर नजरें और गोल करने की असाधारण क्षमता उन्हें दूसरे खिलाडिय़ों से अलग खड़ा करती है। हैरी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी क्षमता दिखाने को तैयार हैं। हैरी ने इंग्लैंड के लिए अब तक 23 मुकाबले खेले हैं, जिनमें उनके नाम 12 गोल दर्ज हैं। एडिनसन कावानी (उरुग्वे) : एडिनसन कावानी को अल माताडोर कहा जाता है। इस विश्व कप में उरुग्वे टीम का यह खिलाड़ी अपने स्टार साथी खिलाड़ी लुइस सुआरेज के साथ टीम को खिताब जिताने उतरेगा। एक स्ट्राइकर की सभी खूबियां कावानी में मौजूद हैं और वह इस विश्व कप में शीर्ष स्कोरर बनना चाहेंगे। उनका खेलने का स्टाइल और सही समय पर जगह बनाने की उनकी क्षमता उन्हें इस विश्व कप में सबसे खतरनाक स्ट्राइकर बनाती है। 98 मैचों में अब तक वह 38 गोल कर चुके हैं। विश्व कप क्वालीफाइंग इतिहास में वह 21 गोल करके शीर्ष स्कोर करने की बराबरी कर चुके हैं। ऐसे में कावानी को नजरअंदाज करना आसान नहीं होगा। रोमेलू लुकाकू (बेल्जियम) : मैनचेस्टर युनाइटेड के जर्सी नंबर 9 इस विश्व कप में गोल्डन शू का अवार्ड जीतने के लिए सभी के पसंदीदा हैं। उनकी क्षमता, गति, गोल पर नजरें और ऑलराउंडर खेल से रोमेलू बेल्जियम टीम को टूर्नामेंट में बहुत आगे तक ले जा सकते हैं। इस विश्व कप में वह सबसे बेहतरीन स्ट्राइकरों में से एक हैं। बेल्जियम के लिए 61 मुकाबले खेलते हुए उन्होंने 25 गोल किए हैं। वह इस विश्व कप में अपने गोलों की संख्या को बढ़ाना चाहेंगे। रादमेल फालकाओ (कोलंबिया) : कुछ खराब वर्ष गुजरने के बाद अब रादमेल फालकाओ का अच्छा समय चल रहा है। फालकाओ का जर्सी नंबर 9 के साथ कोलंबिया के लिए यह आखिरी टूर्नामेंट हो सकता है। 2014 ब्राजील विश्व कप चूकने वाले फालकाओ रूस में शानदार प्रदर्शन करना चाहते हैं। उनकी गोल पूरा करने की क्षमता बेहद खास है। कोलंबिया के लिए 70 मैचों में उन्होंने अब तक 28 गोल दागे हैं। अल्वारो मोराता (स्पेन) : स्पेन की टीम फर्नांडो टोरेस का विकल्प खोज रही है। स्पेन के लिए अल्वारो मोराता पिछले काफी समय से शीर्ष स्ट्राइकर का रोल निभा रहे हैं, लेकिन इस बार स्पेन को दूसरा खिताब जीतने की सबसे बड़ी उम्मीद अल्वारो मोराता पर ही है। अपनी क्षमता, गति, ताकत और काफी अच्छे दिमाग के साथ चेल्सी के स्टार स्ट्राइकर विश्व कप में गोल्डन शू के बड़े दावेदारों में से एक हैं। मिडफील्डरों के साथ अच्छे तालमेल की वजह उन्हें अलग तरह का स्ट्राइकर बनाती है। स्पेन के लिए 22 मैचों में अब तक वह 11 गोल कर चुके हैं और इस विश्व में वह अपने गोलों की संख्या को बढ़ाने उतरेंगे। ओलिवियर गिरोड (फ्रांस) : ओलिवियर गिरोड फ्रांस के कोच दिदिएर देस्चैंप्स के पसंदीदा खिलाड़ी हैं। उनकी मैच पर पकड़ और निस्वार्थ रवैया उन्हें एक खास खिलाड़ी बनाती है। फ्रांस के एंटोनिया ग्रीजमैन, पॉल पोग्बा, केलियन जैसे स्टार खिलाडिय़ों के बीच गिरोड एक अलग जगह बनाते हैं। फ्रांस की टीम विश्व कप की सबसे बड़ी दावेदार है। आर्सेनल के इस खिलाड़ी के खेल से सभी वाकिफ हैं। फ्रांस के लिए 68 मैचों में वह अब तक 28 गोल दाग चुके हैं और फ्रांस को खिताब जीता सकते हैं। गैब्रियल जीजस (ब्राजील) : गैब्रियल जीजस ब्राजील टीम के सबसे युवा खिलाड़ी हैं। ब्राजील टीम के इस खिलाड़ी में कदमों की बेहतर तालमेल और सोच है, जो उनको अलग बनाती हैं। विश्व कप क्वालीफाइंग में उन्होंने नेमार के संग मिलकर बेहतरीन प्रदर्शन किया था। यहां 11 मैच में उन्होंने सात गोल किए थे। ऐसे में इस युवा खिलाड़ी पर अच्छे प्रदर्शन की जिम्मेदारी होगी।

विश्व कप के इतिहास में कई दिग्गज गोल स्कोरर हुए हैं। गेर्ड मुलर (वेस्ट जर्मनी), पाओलो रोसी (इटली), रोनाल्डो (ब्राजील), गेब्रियल बतिस्तुता (अर्जेंटीना), मार्को वेन बास्टेन (नीदरलैंड्स) ऐसे गोल स्कोरर रहे हैं, जिन्होंने अपने प्रदर्शन से विश्व कप को कई …

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