नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ विपक्ष का विरोध झेल रही मोदी सरकार को अब अपने घर में से ही चुनौती मिली है. पंजाब में भारतीय जनता पार्टी की साथी शिरोमणि अकाली दल (SAD) का कहना है कि नागरिकता संशोधन एक्ट (CAA) में मुस्लिमों को भी शामिल किया जाना चाहिए, हमारा देश सेक्युलर है ऐसे में सिर्फ एक धर्म को बाहर निकालना सही नहीं है.
हालांकि, इस कानून का स्वागत करते हुए अकाली दल के प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि ये बिल प्रताड़ित अल्पसंख्यकों की मदद करेगा लेकिन इसमें मुस्लिम समुदाय के लोगों को भी शामिल किया जाना चाहिए.
पार्टी प्रवक्ता ने कहा, ‘हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी, ईसाई जिनकी पाकिस्तान-अफगानिस्तान-बांग्लादेश में प्रताड़ना हुई, उन्हें ये बिल भारत में जगह देगा ये बिल्कुल सही है. लेकिन, इसका दूसरा पहलू भी ये है कि मुस्लिम इसमें शामिल नहीं हैं.
हमारी पार्टी का साफ कहना है कि इस कानून में मुस्लिमों को भी जगह देनी चाहिए, हमारा संविधान सेक्युलर है. संविधान कहता है कि किसी भी धर्म के व्यक्ति के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए. अकाली दल ने इसी के साथ देशभर में इस कानून के विरोध में हो रही हिंसा का विरोध किया.
गौरतलब है कि भले ही अब अकाली दल इस बिल में मुस्लिमों को शामिल करने की बात कर रही हो, लेकिन लोकसभा-राज्यसभा में पार्टी ने इस कानून का सपोर्ट किया था.