नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ हुई हिंसा के मामले में उत्तर प्रदेश में अब तक 1741 आरोपितों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) में भड़काऊ भाषण देने वाले डॉ. कफील को एसटीएफ तीन दिनों को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर लखनऊ आ रही है। यहां से डॉ.कफील को अलीगढ़ ले जाया जाएगा।
सीएए के खिलाफ हिंसा के मामलों में लखनऊ, अलीगढ़, कानपुर नगर, मेरठ समेत 26 जिलों में 434 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इनमें सबसे अधिक 93 मुकदमे मेरठ जोन में तथा 81 मुकदमे आगरा जोन में दर्ज हुए हैं। पुलिस कई और नामजद आरोपितों की सरगर्मी से तलाश कर रही है। हिंसा के बाद दूसरे राज्यों में भाग निकले आरोपितों के बारे में भी छानबीन की जा रही है। यूपी पुलिस अन्य जांच एजेंसियों की मदद से कार्रवाई के कदम लगातार बढ़ा रही है।
एसटीएफ के एएसपी सत्यसेन यादव ने बताया कि गुरुवार दोपहर डॉ.कफील को मुंबई कोर्ट में पेश किया गया। एसटीएफ की टीम उसे यहां लेकर आ रही है। दूसरी ओर डीआइजी कानून-व्यवस्था विजय भूषण का कहना है कि दिल्ली पुलिस द्वारा पकड़े गए देशद्रोह के आरोपित जेएनयू के शोध छात्र शरजील इमाम से अलीगढ़ समेत अन्य स्थानों पर हुई हिंसा को लेकर पूछताछ की जा सकती है। दिल्ली पुलिस की कस्टडी रिमांड की अवधि पूरी होने के बाद इस पर कोई निर्णय किया जाएगा।
फीरोजाबाद में उपद्रव के 26 आरोपितों से होगी 45 लाख की वसूली
फीरोजाबाद में सीएए के विरोध में हुए उपद्रव में नुकसान की भरपाई को प्रशासन ने 26 आरोपितों के खिलाफ रिकवरी प्रमाण-पत्र जारी किए हैं। आरोपितों से सरकारी व निजी संपत्ति को हुए नुकसान के एवज में करीब 45 लाख रुपये की वसूली की जाएगी। वसूली न होने पर कुर्की और संपत्ति जब्ती की कार्रवाई होगी। सीएए के विरोध में 20 दिसंबर को जुमा की नमाज के बाद शहर में हिंसा और आगजनी हुई थी, जिसमें संपत्ति को भारी नुकसान के साथ सात लोगों की जान गई थी। शासन के निर्देश पर डीएम ने नुकसान की भरपाई को एडीएम आदित्य प्रकाश श्रीवास्तव को सक्षम प्राधिकारी नामित किया था। उपद्रव के मुकदमों में जिन 26 लोगों को नामजद किया गया है, उन्हीं से भरपाई का फैसला लिया गया है।