शेखपुरा की नियोजित शिक्षिका रंपा कुमारी ने बिहार लोक सेवा आयोग की 67वीं प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता प्राप्त करके अपने परिवार के साथ नियोजित शिक्षकों की भी मर्यादा बढ़ाने का काम किया है।
एक सप्ताह पूर्व इनकी माता मीना कुमारी ने भी बीपीएससी की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में सफलता हासिल की है। मीना कुमारी चेवाड़ा के सिझौड़ी में नियोजित शिक्षिका थीं। रंपा के पिता नवल किशोर प्रसाद शेखपुरा तिरमुहानी में चाय की दुकान चलाते हैं।
2012 से नियोजित शिक्षिका हैं रंंपा
शहर के जमालपुर की रहने वाली रंपा कुमारी को अनुमंडल पिछड़ा-अतिपिछड़ा कल्याण पदाधिकारी बनाया गया है। रंपा सदर प्रखंड के मटोखर मध्य विद्यालय में 2012 से नियोजित शिक्षिका हैं। रंपा ने बताया नियमित रूप से विद्यालय की ड्यूटी करने के साथ बीपीएससी की परीक्षा की तैयारी की।
मां और पिता के साथ रंपा कुमारी
नियमित रूप से स्कूल की ड्यूटी करने और कक्षा में पढ़ाई भी उनकी तैयारी में सहायक बना। रंपा की सफलता पर आस-पड़ोस के लोगों के साथ शिक्षक और शिक्षा विभाग के अधिकारी,कर्मी भी उन्हें बधाई देने घर पहुंच रहे हैं।
रंपा ने फोन पर बताया शिक्षिका के रूप में काम करते हुए बीपीएससी की परीक्षा की तैयारी करने में काफी मदद मिली। सात घंटे स्कूल की ड्यूटी के बाद घर पर स्वयं परीक्षा की तैयारी की और यह सफलता हासिल किया। रंपा के मामा जदयू नेता भगवान कुशवाहा ने बताया शुरू से ही यह पढ़ाई को लेकर संवेदनशील रही है।