था जिसका बिहार में भी मिला-जुला असर दिखा। कहीं ट्रेनें रोककर नारेबाजी की गई तो कहीं सड़क जाम कर प्रदर्शन किया गया। पटना में छात्रों से पुलिस की झड़प हो गई। कुल मिलाकर बंद शांतिपूर्ण रहा।
अपने 17 सूत्री मांगों को लेकर 10 प्रमुख ट्रेड यूनियनों की हड़ताल को बिहार-झारखंड के कई संगठनों ने समर्थन किया था और इस बंद में देश में करीब 25 करोड़ लोग शामिल हुए थे।
पटना में पुलिस से भिड़े AISF के छात्र
पटना में AISF छात्र संगठन ने राजेंद्रनगर में जमकर हंगामा मचाया। हंगामे के दौरान छात्रों और पुलिस के बीच तीखी झड़प के बाद मारपीट हो गई। घटनाक्रम पर पुलिस के जवानों ने आरोप लगाया है कि बंद समर्थ छात्रों ने पुलिस से हथियार छीनने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने AISF के राज्य सचिव सुशील सहित दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया।
पटना के डाकबंगला चौराहे पर ट्रेड यूनियनों का प्रदर्शन, पूरा चौराहा जाम, महिला पुलिस और प्रदर्शनकारियों में तीखी झड़प, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाया।
ट्रेड यूनियनों के दस संगठन बंद में शामिल रहे। बिहार में भी हड़ताल को लेकर ट्रेड यूनियनों ने बैंकों में कामकाज ठप रखा। बंद में एसबीआइ और निजी बैंकों ने ट्रेड यूनियनों का साथ नहीं दिया।
Bharat Bandh Bihar:
-समस्तीपुर में देशव्यापी बंद को लेकर प्रदर्शनकारी उतरे सड़क पर, दरभंगा -पटना मार्ग को ओवरब्रिज के पास किया जाम।
-बाढ़ में भारत बंद को लेकर सड़क पर उतरे वामपंथी, विभिन्न संगठनों के आह्वान पर आयोजित आंदोलन को लेकर निकला जुलूस, बाढ़ स्टेशन से प्रखंड कार्यालय तक वामपंथियों ने किया पैदल मार्च, जताया विरोध।
-कटिहार के शहीद चौक को प्रदर्शनकारियों ने किया जाम।
-ट्रेड यूनियनों के भारत बंद का गया में भी दिखा असर, विभिन्न संगठनों ने बंद को अपना समर्थन देते हुए शहर को बंद कराया, बैंकों के कार्यालय के सामने जमकर की नारेबाजी।
-जहानाबाद में दिख रहा भारत बंद का असर, मजदूरों ने NH-83 और NH-110 किया जाम, सरकार के खिलाफ कर रहे हैं नारेबाजी।
-पटना में आशा कार्यकर्ताओं ने किया बंद का समर्थन,मार्च निकाल कर किया सरकार की नीतिओं का विरोध।
-बेगूसराय में ट्रेड यूनियन हड़ताल समर्थकों ने किया सड़क जाम, बस स्टैंड के पास एनएच 31 को किया जाम।
-पटना जंक्शन पर कई संघों का प्रर्दशन, केंद्र सरकार की नीतियों का किया विरोध।
-मोतिहारी में भी दिखा ट्रेड यूनियनों के भारत बंद का असर, सूनी पड़ी रहीं शहर की सड़कें।
-सीतामढ़ी में बंद का कोई खास असर नहीं, शहर में बाजार-दुकान बंद रहे । बंद का बैंकिंग-ट्रांसपोर्ट से लेकर परीक्षाओं पर भी पड़ा असर।
-खगड़िया में वामदलों ने NH-31 जाम किया, केंद्र सरकार के खिलाफ की नारेबाजी, शहर के बाजार-बैंक बंद रहे।
-पटना में AIFTU संगठन का प्रदर्शन, राजेंद्रनगर के पास की नारेबाजी।
-दरभंगा में आंदोलनकारियों ने पैसेंजर ट्रेन को रोका, बंद समर्थक ट्रेन रोककर की नारेबाजी।
-मुजफ्फरपुर में भारत बंद का दिख रहा असर, सभी मुख्य रास्ते और एनएच हैं सुनसान, व्यवसायिक वाहनों का नहीं हुआ परिचालन।
– आरा में देशव्यापी हड़ताल को लेकर बुधवार की सुबह भाकपा-माले कार्यकर्ता सड़क पर उतर गए। शहर के पटेल बस पड़ाव के समीप आरा-पटना राजमार्ग को जाम कर किया विरोध प्रदर्शन। परिचालन अवरूद्ध रहा।
-पटना में कई छात्र संगठनों ने मचाया हुड़दंग, राजेंद्र नगर के पास की ट्रेन रोकने की कोशिश, छात्र नेताओं को पुलिस ने स्टेशन से हटाया।
बिहार में बंद को सफल बनाने के लिए लेफ्ट ने की थी पूरी तैयारी
वामपंथी दलों और अन्य संगठनों ने भारत बंद की जोरदार तैयारी की थी। वामपंथी दलों ने बुधवार को बंद को सफल बनाने के लिए एकजुट हो सड़क पर उतरने की रणनीति बनायी थी। बिहार में बंद को प्रभावी बनाने के लिए मंगलवार को भी वामपंथी दलों ने जागरूकता मार्च निकाला और नागरिकों से बंद को सफल बनाने की अपील की थी।
वामदलों ने कहा-ऐतिहासिक रहा बंद
भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल ने बताया कि केंद्र की मोदी सरकार की किसान-मजदूर और जनविरोधी नीतियों के खिलाफ बुधवार को ऐतिहासिक बंद रहा। वाम दलों के तमाम नेता एवं कार्यकर्ता बंद को सफल बनाने के लिए सड़क पर उतरे। राज्य में बंद को सफल बनाने के लिए हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी समेत अन्य दलों ने भी समर्थन किया।
इधर माकपा के राज्य सचिव अवधेश कुमार ने बताया कि यह बंद देश के किसानों, मजदूरों, बेरोजगारों, नौजवानों और दमित-अभिवंचित लोगों का था। भाकपा के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह के मुताबिक बंद को सफल बनाने के लिए वामपंथी दलों के तमाम नेता और कार्यकर्ता सभी प्रखंड एवं जिला मुख्यालय में जुलूस निकाला।