इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की इनामी राशि घटाकर आधा करने के बीसीसीआई के फैसले से नाखुश आठ फ्रेंचाइजी जल्द ही बैठक करके बोर्ड के इस ‘अप्रत्याशित’ कदम को लेकर भविष्य की कार्रवाई पर फैसला करेंगी.
शीर्ष चार फ्रेंचाइजी के बीच बंटने वाली राशि को 50 करोड़ रुपये से घटाकर 25 करोड़ करने के अलावा प्रत्येक फ्रेंचाइजी को आईपीएल मैच की मेजबानी करने वाले राज्य संघ को 50 लाख रुपये का भुगतान करने को कहा गया है. राज्य संघ को दी जाने वाली राशि में 20 लाख रुपये का इजाफा किया गया है.
दक्षिण भारत स्थित फ्रेंचाइजी के अधिकारी ने बताया, ‘हम नाखुश हैं कि प्लेऑफ से जुड़े कोष को आधा कर दिया गया है. हमारे से सलाह मशविरा भी नहीं किया गया. फ्रेंचाइजियों ने अनौपचारिक तौर पर इस मुद्दे पर चर्चा की है और जल्द ही इस मद्दे पर चर्चा के लिए औपचारिक बैठक होगी.’
एक अन्य फ्रेंचाइजी के अधिकारी ने कहा, ‘बड़ा झटका लगा है. हम आंतरिक रूप से और अन्य टीमों के साथ भी इस पर विचार कर रहे हैं. इस पर चर्चा के लिए जल्द ही सभी टीमें बैठक करेंगी.’
आईपीएल का अगला सत्र 29 मार्च को वानखेड़े स्टेडियम में गत चैम्पियन मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच मुकाबले के साथ शुरू होगा.
BCCI ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के आगामी सीजन के लिए खर्चे में कटौती (Cost Cutting) करते हुए चैम्पियन और उप-विजेता टीम को मिलने वाली इनामी राशि को 2019 की तुलना में आधा करने का फैसला किया है.
सभी आईपीएल फ्रेंचाइजियों को भेजे सर्कुलर में बीसीसीआई ने सूचित किया है कि IPL चैम्पियन को 20 करोड़ रुपये की जगह अब सिर्फ 10 करोड़ रुपये मिलेंगे.
बीसीसीआई के पत्र के अनुसार, खर्चों में कटौती की प्रक्रिया के तहत वित्तीय पुरस्कारों को दोबारा तय किया गया है. चैम्पियन टीम को 20 करोड़ रुपये की जगह 10 करोड़ रुपये मिलेंगे.
उप-विजेता टीम को 12 करोड़ 50 लाख रुपये की जगह छह करोड़ 25 लाख रुपए दिए जाएंगे, क्वालिफायर में हारने वाली दो टीमों में प्रत्येक को अब चार करोड़ 37 लाख 50 हजार रुपये मिलेंगे.