बीसीसीआई (BCCI) की गुरुवार को होने वाली एजीएम (AGM) से पहले बड़ा बवाल खड़ा हो गया है. बोर्ड के जनरल मैनेजर केवीपी राव ने यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया कि उन्हें बीसीसीआई के कहने पर अपना पद छोड़ दिया है . राव देश के घरेलू क्रिकेट की जिम्मेदारियां उठा रहे थे. राव ने खुद इमेल लिखकर इस बात की जानकारी दी और बीसीसीआई को सेवा का मौका देने के लिए धन्यवाद भी कहा. उन्होंने इस मेल में आरोप लगाया कि उन्हें बीसीसीआई ने पद छोड़ने के लिए कहा है जिसके बाद वह अपनी इस्तीफा बोर्ड को सौंप चुके हैं.
राव ने अपने इस्तीफे के बारे में जानकारी देते हुए ईमेल लिखा. उन्होंने इस इमेल में लिखा, ‘यह मेल आप सभी को सूचित करता है कि बीसीसीआई ने मेरी नौकरी को 22 दिसंबर 2020 को खत्म करने का फैसला किया है. ये मेरे जीवन का सबसे अच्छा दिन है, क्योंकि इस अंत से मुझे जीवन में अच्छे अवसर मिलेंगे. मुझे कहीं और अपनी काबिलियत दिखाने का मौका मिलेगा.’ उन्होंने सभी के प्रति आभार प्रकट करते हुए लिखा, ‘मैंने स्टेट एसोसिएशन से जुड़े लोग और सहयोगियों की मदद से जो काम मुझे दिया गया वह मैंने पूरा करने की कोशिश की.
साल 2018-19 में 2000 से ज्यादा घरेलू मैच आयोजित करना एक बड़ी उपलब्धि है. मैंने ने अपने काम के प्रति हमेशा ईमानदारी दिखाई है. पिछले दस सालों के दौरान मैंने बहुत कुछ सीखा. जो भी जिम्मेदारी दी गई उसे ईमानदारी से निभाया.
बीसीसीआई गुरुवार को अहमदाबाद में एजीएम की 89वीं सालाना बैठक आयोजित कर रही है. इस एजीएम में आईपीएल की दो नई टीमों को शामिल करना और विभिन्न क्रिकेट समितियों का गठन एजेंडे में शामिल होगा.
बीसीसीआई की एजीएम में 2028 लॉस एंजिलिस ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करने पर भी चर्चा होगी. इसके अलावा आईपीएल गवनिर्ंग काउंसिल के सदस्यों की नियुक्ति की जाएगी, जिनमें से एक, भारतीय क्रिकेटर्स एसोसिएशन से, प्रज्ञान ओझा के साथ सुरिंदर खन्ना की जगह पहले ही नामांकित किया जा चुका है.