क्रिकेट के ‘महाराज’ सौरभ गांगुली के बंगाल की राजनीति में आने की अटकलें तेज हो गई हैं. बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने रविवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात की. उसके बाद ये अटकलें और भी तेज हो गई हैं. बता दें कि राज्यपाल जगदीप धनखड़ लगातार ममता बनर्जी के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं तथा राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति पर भी सवाल लगा चुके हैं. आज ही उन्होंने बंगाल में निष्पक्ष चुनाव की वकावत की थी. बता दें कि राज्य की सीएम ममता बनर्जी के खिलाफ बीजेपी द्वारा सौरभ गांगुली को उतारने की लगातार अटकलें चल रही हैं.
बीजेपी सौरभ गांगुली की लोकप्रियता को भूनाना चाह रही है. हालांकि सौरभ गांगुली की तरफ से कोई औपचारिक बयान नहीं आया है, लेकिन राज्यपाल के साथ मुलाकात के बाद यह अटकलें तेज हो गई हैं.
बता दें कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पुत्र के साथ पदाधिकारी बनने के बाद से ही बीजेपी उन पर डेरा डाल रही है, लेकिन इस संबंध में सौरभ गांगुली की ओर से कोई बयान नहीं आया है. दूसरी ओर, 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बंगाल आने का कार्यक्रम है. उनका हावड़ा में कार्यक्रम करने के कार्यक्रम है. इस दौरे के दौरान कई विशिष्ट लोगों के बीजेपी में शामिल होने की संभावना है.
अमित शाह ने कोलकाता दौरे के दौरान संकेत दिया था कि ‘बंगाल के भूमि पुत्र’ ही बंगाल का अगला सीएम होगा. अब यह सवाल किए जा रहे हैं कि क्या बंगाल के भूमि पुत्र सौरभ गांगुली ही हैं? हाल में टीएमसी की बाली की विधायक वैशाली डालमिया ने भी राज्यपाल से मुलाकात की थी और वैशाली डालमिया सौरभ गांगुली का काफी नजदीकी मानी जाती हैं. वैशाली डालमिया ने पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को बाहरी कहे जाने पर आपत्ति जताई थी.