23 अप्रैल 2025 को बीबीएमबी की तकनीकी समिति ने हरियाणा को 8500 क्यूसेक पानी छोड़ने का निर्णय लिया गया था। इस पानी में राजस्थान और दिल्ली के हिस्से का जल भी शामिल था। इसका पंजाब ने विरोध किया था।
पंजाब सरकार और भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) के बीच टकराव ने नया मोड़ ले लिया है। पंजाब सरकार ने बीबीएमबी के डायरेक्टर (सुरक्षा) को पत्र भेजकर कहा है कि जब तक 2 मई को केंद्रीय गृह सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक के मिनट्स पंजाब जल संसाधन विभाग को नहीं सौंपे जाते, तब तक कोई भी कार्रवाई न की जाए।
इसी संदर्भ में बीबीएमबी के चेयरमैन मनोज त्रिपाठी आज गुपचुप तरीके से नंगल डैम पहुंचे, लेकिन पंजाब पुलिस ने उन्हें डैम परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया। जानकारी के अनुसार, डैम के बाहर पहले से तैनात पुलिस ने न केवल चेयरमैन बल्कि अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों को भी अंदर जाने से मना कर दिया। मनोज त्रिपाठी को बंधक बना लिया गया। मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने रोपड़ के डीआईजी को फोन कर पुलिस भेज कर बीबीएमबी चेयरमैन को हिरासत में लेने के लिए कहा।
दिल्ली की बैठक के मिनट्स मांगे
पंजाब के मुख्य इंजीनियर (नहरें) ने बीबीएमबी के डायरेक्टर (सुरक्षा) को भेजे पत्र में साफ किया है कि हाईकोर्ट के 6 मई के फैसले को लागू करने के लिए जरूरी है कि 2 मई को दिल्ली में हुई बैठक के मिनट्स पहले उपलब्ध कराए जाएं। कोर्ट ने केंद्र की बैठक के निर्णयों को लागू करने का आदेश दिया था, जिसमें हरियाणा को 4500 क्यूसेक अतिरिक्त पानी देने की सिफारिश की गई थी।
हालांकि, बीबीएमबी का कहना है कि उनके पास उस बैठक के कोई लिखित मिनट्स नहीं हैं। इस कारण पंजाब सरकार को इस मामले में अस्थायी राहत मिल गई है, और अब तक हरियाणा को अतिरिक्त पानी छोड़ने की कार्रवाई रुक गई है।
इससे पहले आज सुबह करीब 9 बजे बीबीएमबी चेयरमैन मनोज त्रिपाठी बिना किसी आधिकारिक घोषणा के नंगल डैम के लिए रवाना हुए थे और उन्होंने जिला प्रशासन से सुरक्षा की मांग की थी। लेकिन डैम पर पहले से तैनात पंजाब पुलिस ने उन्हें रोक दिया। उन्होंने हाईकोर्ट के आदेश का हवाला भी दिया, मगर पुलिस ने सुरक्षा का हवाला देते हुए उन्हें अंदर नहीं जाने दिया।
हालांकि हाईकोर्ट ने पंजाब पुलिस को डैम के संचालन और रेगुलेशन में हस्तक्षेप करने से रोका है, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था पर कोई रोक नहीं लगाई है। इस घटनाक्रम की जानकारी त्रिपाठी ने उच्च अधिकारियों को फोन के माध्यम से दी है। बताया जा रहा है कि जैसे ही इस दौरे की सूचना मुख्यमंत्री भगवंत मान को मिली, उन्होंने भी नंगल डैम का दौरा करने की योजना बना ली। अंतरराज्यीय जल विवाद के बीच बीबीएमबी चेयरमैन की यह चुपचाप यात्रा एक बार फिर पंजाब में सियासी उबाल का कारण बन गई है। वहीं भगवंत मान नंगल डैम पहुंच गए हैं।
वहां माैजूद मंत्री हरजोत बैंस ने कहा कि जब तक सीएम भगवंत मान यहां नहीं आते, तब तक कुछ नहीं करने दिया जाएगा। कैबिनेट मंत्री वरिंदर गोयल भी धरना स्थल पर पहुंच गए हैं। पंजाब के एडवोकेट जनरल भी बीबीएमबी पहुंच गए हैं।
बताया जा रहा है कि त्रिपाठी सुबह करीब 9 बजे गुप्त तरीके से नंगल डैम के दौरे पर निकले थे। उन्होंने जिला प्रशासन रूपनगर से सुरक्षा की मांग भी की थी। जैसे ही वह डैम पर पहुंचे, पहले से तैनात पुलिस ने उन्हें रोक लिया। चेयरमैन ने पुलिस अधिकारियों को हाल ही में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा दिए गए फैसले का हवाला भी दिया, लेकिन पुलिस ने डैम क्षेत्र को पूरी तरह सील कर दिया है।
हाईकोर्ट ने पंजाब पुलिस को संचालन में हस्तक्षेप करने से किया है मना
गौरतलब है कि हाईकोर्ट ने पंजाब पुलिस को डैम के संचालन और नियंत्रण में हस्तक्षेप करने से रोका है, लेकिन डैम की सुरक्षा की जिम्मेदारी से इंकार नहीं किया गया है। चेयरमैन ने इस घटनाक्रम की जानकारी उच्च अधिकारियों को फोन के माध्यम से दी है।
सूत्रों के मुताबिक, त्रिपाठी हरियाणा को भाखड़ा डैम से अतिरिक्त पानी छोड़ने की प्रक्रिया की निगरानी के लिए पहुंचे थे। उन्होंने जिला प्रशासन को इस दौरे की सूचना पहले ही दे दी थी। उधर, चेयरमैन की इस गतिविधि की भनक लगते ही पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी नंगल डैम जाने का कार्यक्रम बना लिया। इस घटनाक्रम ने एक बार फिर भाखड़ा डैम को लेकर पंजाब में सियासी तापमान बढ़ा दिया है, खासकर ऐसे समय में जब देश में पहले से ही तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है।
वहीं जानकारी के अनुसार, बुधवार रात बीबीएमबी के एक अधिकारी ने नंगल डैम से जबरदस्ती पानी छोड़ने की कोशिश की थी, जिसे मौके पर पंजाब पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
पानी नहीं छोड़ने से नंगल डैम को हो सकता है नुकसान
बीबीएमबी ने पंजाब सरकार को नंगड डैम की सुरक्षा को लेकर एक नया पत्र लिखा है। इस पत्र में बीबीएमबी ने पंजाब सरकार को चेताया है कि बांध में पानी रोकने से उसकी सुरक्षा को खतरा हो सकता है।
हरियाणा को अतिरिक्त पानी नहीं देने को लेकर पंजाब ने नंगल डैम के गेट्स बंद कर रखे हैं। हरियाणा को केवल 4000 क्यूसेक पानी पीने के लिए दिया जा रहा है। ऐसे में बीबीएमबी ने पत्र में कहा है कि पानी नहीं छोड़े जाने की वजह से भाखड़ा डैम से गई नहरों में दरार आ सकती है और सुरक्षा को खतरा हो सकता है।
पंजाब सरकार ने नंगल डैम पर पुलिस तैनात कर रखी है। डैम के गेट्स बंद कर उस पर बने कंट्रोलिंग स्टेशन की चाबियां पंजाब पुलिस के पास दी गई है।
इसी बीच मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शुक्रवार सुबह 11 बजे अपने आवास पर कैबिनेट की बैठक बुला ली है।