बच्चे की नाजुक त्वचा को होती है एक्स्ट्रा केयर की जरूरत

पेरेंट्स बनना खुशियों के साथ ही अपने साथ कुछ जिम्मेदारियां भी लेकर आता है। बच्चे की पहली किलकारी, उसे गोद में उठाना, उसके नाजुक अंगों को पकड़ना…इन सबका एहसास ही अलग होता है। छोटे बच्चों को थोड़ा एक्स्ट्रा देखरेख की जरूरत होती है। क्योंकि उनकी स्किन बहुत सेंसिटिव होती है। ऐसे में विज्ञापनों को देखकर उनके लिए स्किन प्रोडक्ट्स खरीदने के बजाय उनके स्किन के लिए क्या सही होता है इसके बारे में जानें और फिर उस हिसाब से चीज़ें खरीदें। आइए जानते हैं बच्चों की स्किन केयर से जुड़ी कुछ जरूरी बातें।

शिशु की सेंसिटिव स्किन को समझना

बच्चों की त्वचा बड़ों की तुलना में काफी पतली होती है, जिससे यह पॉल्यूशन, मौसम और अन्य दूसरी चीज़ों से बहुत जल्दी प्रभावित हो जाती है। ऐसे में उनकी स्किन के लिए उन प्रोडक्ट्स को प्रियोरिटी दें, जो केमिकल फ्री हों और नेचुरल इंग्रेडिएंट्स सेे बने हों। 

सही प्रोडक्ट चुनना

जब शिशु की त्वचा की देखभाल की बात आती है, तो अक्सर कम अधिक होता है। नवजात शिशुओं और शिशुओं के

लिए विशेष रूप से तैयार किए गए उत्पादों का चयन करें, अधिमानतः प्राकृतिक, त्वचा विशेषज्ञ-अनुमोदित और

कठोर रसायनों, खनिज तेल और एलर्जी-मुक्त के रूप में लेबल किए गए उत्पाद। कोमल क्लींजर, मॉइस्चराइजर और

डायपर क्रीम की तलाश करें जो नाजुक त्वचा को बिना जलन के पोषण और सुरक्षा प्रदान करने के लिए डिज़ाइन

किए गए हैं और बच्चे की नाजुक त्वचा के प्राकृतिक संतुलन को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।

हल्की सफाई

एक आम ग़लतफ़हमी यह है कि शिशुओं को रोजाना नहलाने की जरूरत होती है, लेकिन पानी और साबुन के

बहुत ज्यादा इस्तेमाल से स्किन का नेचुरल ऑयल निकल सकता है, जिससे स्किन ड्राई हो सकती है। एलोवेरा, नारियल,

चावल प्रोटीन आदि जैसे नेचुरल चीज़ों से बने हल्के, एलर्जेन-फ्री, बेबी वॉश का यूज करें। सर्दियों में उन्हें बहुत ज्यादा गर्म पानी से नहीं बल्कि गुनगुने पानी से नहलाएं। त्वचा को रगड़ने के बजाय थपथपाकर सुखाएं।

हाइड्रेशन है जरूरी

बच्चे की त्वचा को हाइड्रेट रखना भी बेहद जरूरी है। इसके लिए क्रीम या तेल जो भी चुनें, उसके फ्रेग्नेंस पर कम फोकस इंग्रेडिएंट्स पर खास ध्यान दें। तेल-मालिश के लिए शिया बटर से बना मॉइस्चराइजिंग बेबी बाम चुनें, जो खासतौर से संवेदनशील त्वचा के लिए ही बना है। नहाने के तुरंत बाद नमी बरकरार रखने के लिए मॉइस्चराइजर लगाएं खासतौर से कोहनियों, घुटनों और गालों जैसे जल्दी ड्राई होने वाली जगहों पर। 

माइंडफुल डायपरिंग

लगातार नमी के संपर्क में रहने के कारण डायपर पहनने वाली जगह पर जलन होने का खतरा होता है। इसके लिए डायपर को समय-समय पर बदलते रहना जरूरी है। डायपर निकालने के बाद उस जगह को हल्के गुनगुने पानी या बेबी वाइप्स से पोछें। इसके लिए वैसे आप मुलायम कपड़े का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। 

धूप का एक्सपोजर सीमित हो

अगर आपका बच्चा छह महीने से ज्यादा का है, तो बाहर समय बिताते समय कम से कम एसपीएफ़ 30 वाला बेबी की स्किन के लिए परफेक्ट सनस्क्रीन लगाएं। ऐसा सनस्क्रीन चुनें जो UVA और UVB दोनों से सुरक्षा प्रदान करता है। बॉडी की बहुत ज्यादा एक्सपोज़ होने वाली जगहों पर थोड़ी ज्यादा मात्रा में लगाएं। 

नेचुरल इंग्रेडिएंट्स वाले प्रोडक्ट्स चुनें 

शिशु की स्किन के लिए हमेशा उन प्रोडक्ट्स को चुनें जिनमें नेचुरल इंग्रेडिएंट्स जैसे- कैमोमाइल, कैलेंडुला और एलोवेरा जैसी चीज़ें शामिल हों। जो किसी भी तरह से स्किन को नुकसान नहीं पहुंचाते। 

स्किनकेयर रूटीन सेट करें

बच्चे को इन्फेक्शन और कई तरह की बीमारियों से बचाए रखने में सही स्किन केयर काफी मददगार साबित हो सकती है। उनकी त्वचा को हेल्दी और हैप्पी रखने के लिए सॉफ्ट और नेचुरल चीज़ों का इस्तेमाल करें। तेल की मालिश के बाद हल्के क्लींजर का उपयोग करके बाथ दें और बाथ के बाद मॉइस्चराइजर लगाना बिल्कुल भी मिस न करें। इससे बच्चे की स्किन सॉफ्ट रहती है। 

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