जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद अमेरिका ने नियंत्रण रेखा (LOC) पर सभी पक्षों से शांति और स्थिरता बनाए रखने की अपील की है। इस फैसले के बाद जम्मू-कश्मीर में घटनाक्रम पर अमेरिका करीब से नजर रख रहा है।
ऑर्टागस ने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा, ‘हम नियंत्रण रेखा पर शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए सभी पक्षों से आह्वान करते हैं।’ पाकिस्तान ने भारत सरकार के इस कदम की निंदा की और इस फैसले को खारिज कर दिया। इसके अलावा उसने कहा कि वह इस फैसले पर सभी संभावित विकल्पों का प्रयोग करेगा।
ऑर्टागस ने भारत के जम्मू और कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द करने के निर्णय पर टिप्पणी देते हुए कहा ‘हम जम्मू और कश्मीर की घटनाओं पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। हमने जम्मू कश्मीर के संवैधानिक दर्जे में तब्दीली की भारत की घोषणा और राज्य को दो केन्द्र शासित प्रदेशों में बांटने की योजना को संज्ञान में लिया है।’
इससे पहले दिन में, विदेश मंत्रालय ने बताया था कि P5 राष्ट्रों – अमेरिका, यूके, चीन, फ्रांस और रूस को भारत सरकार ने अनुच्छेद 370 को भंग करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के फैसले के बारे में जानकारी दे दी है। ओर्टागस ने कहा कि भारत ने जम्मू-कश्मीर में कार्रवाई को जोर देकर आंतरिक मामला बताया है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में मानव अधिकारों के उल्लंघन के बारे में चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा ‘हम वहां की खबरों से चिंतित हैं और प्रभावित समुदायों के साथ व्यक्तिगत अधिकारों और चर्चा के लिए सम्मान का आग्रह करते हैं।’
राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद केंद्र सरकार ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 और 35ए, खत्म होने की सूचना संसद में दी। इस फैसले के बाद जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग कर दिया गया है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख अब अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश होंगे।