लद्दाख अब आतंकवाद, अलगाववाद का सामना कर रहे कश्मीर का हिस्सा न होकर एक अलग केंद्र शासित प्रदेश है। ऐसे में विश्व के पर्यटकों को बेखौफ कश्मीर आने का निमंत्रण दिया जाए। पर्यटन के क्षेत्र में लद्दाख को विश्व में एक अलग ब्रांड बनाकर पेश करें।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लद्दाख पहुंचे केंद्र पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल से यह संदेश पर्यटन क्षेत्र में से जुड़े लोगों को दिया। लद्दाख में पर्यटन को बढ़ावा देने के विकल्प तलाशने के लिए पर्यटन मंत्री मंत्रालय के अधिकारियों के साथ लद्दाख के दौरे पर आए हैं। उनके साथ आए मंत्रालय के अधिकारियों के दल ने लेह, कारगिल में समाज के सभी वर्गों की नब्ज टटोलकर लद्दाख में पर्यटन को बढ़े पैमाने पर बढ़ावा देने की योजना तैयार कर ली है।
पटेल को लद्दाख आने का निमंत्रण गत दिनों दिल्ली में क्षेत्र के भाजपा सांसद जामियांग त्सीरिंग नांग्याल ने दिया था। प्रहलाद सिंह पटेल बुधवार को संपन्न हुए लद्दाख समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। लेह दौरे के दौरान पर्यटन विभाग का स्वतंत्र प्रभार रखने वाले पटेल ने लद्दाख के सांसद, हिल डेवेलपमेंट काउंसिल के चीफ उएग्जीक्यूटिव ग्याल पी वांग्याल व अन्य पदाधिकारियों से बैठक कर क्षेत्र के लोगों की उम्मीदों के बारे में जाना। इस दौरान उन्होंने विश्वास दिलाया कि लेह व कारगिल में पर्यटन को बढ़ावा देने में कोई कसर नही छोड़ी जाएगी।
मंत्रालय के अधिकारियों ने लेह में पर्यटन, टूर आपरेटरों, होटल उद्योग से जुड़े लोगों के साथ की। इस दौरान ज्ञापन के माध्यम से केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल यह आग्रह किया गया कि लद्दाख को एक अलग पर्यटन स्थल के रूप में विश्व में पेश किया जाए। ज्ञापन सौंपने वालों में लद्दाख होटल एसोसिएशन के महासचिव सोनम परवेज ने भी अपने मुद्दे उठाए।
इसी बीच लद्दाख में पर्यटन को विकसित करने की संभावनांए तलाशने के साथ केंद्र मंत्री क्षेत्र की स्मृद्ध संस्कृति से भी रूबरू हुए। उन्होंने लेह व कारगिल में बौद्ध संघ, प्रदेश भाजपा के लेह, कारगिल इकाई के पदाधिकारियों से भी भेंट कर लोगों की आकांक्षाओं के बारे में जानकारी ली। बाद में वह लेह में थिक्से मठ में भी गए।