ऑल पाकिस्तान प्राइवेट स्कूल फेडरेशन (APPSF) ने पाकिस्तान सरकार से टॉय गन की बिक्री पर सख्त पाबंदी लगाने की मांग की है। फेडरेशन का आरोप है कि इससे बच्चों में मनोवैज्ञानिक समस्याएं हो रही हैं। APPSF के अध्यक्ष काशिफ मिर्जा ने पाकिस्तान सरकार से देश में कृत्रिम हथियारों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। इसके अलावा, उन्होंने सरकार से उनकी बिक्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भी आग्रह किया।
मिर्जा के अनुसार, टॉय गन की बिक्री और इस्तेमाल पाकिस्तानी बच्चों के बीच आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि जो बच्चे खिलौनों से खेलने वाले हथियारों से खेलते थे, वे अब कई मनोवैज्ञानिक प्रभावों से पीड़ित हो रहे हैं। एपीपीएसएफ के अध्यक्ष ने भी हिंसा में वृद्धि के लिए पाकिस्तानी युवाओं के खिलौनों के हथियारों से खेलने की बढ़ती प्रवृत्ति को जिम्मेदार ठहराया।
‘टॉय गन का इस्तेमाल कर रहे थे अपराधी’
इससे पहले वर्ष 2017 में कराची के पूर्व आयुक्त ने सिंध के गृह विभाग को एक पत्र भी लिखा था, जिसमें खिलौनों की तोपों की बिक्री पर रोक लगाने की अपील की गई थी। कराची के पूर्व आयुक्त के अनुसार, इन कृत्रिम हथियारों का इस्तेमाल सड़क पर अपराधी कर रहे थे और बच्चों के दिमाग पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहे थे।
कराची में टॉय गन की बिक्री पर कार्रवाई
रिपोर्ट के अनुसार, प्रतिबंध के बाद कराची पुलिस ने शहर में टॉय गन की बिक्री पर कई कार्रवाई की। पुलिस टीम ने हजारों खिलौना को जब्त किया और कई दुकानदारों व व्यापारियों को कृत्रिम हथियार बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया है। सिंध विधानसभा ने वर्ष 2015 में कृत्रिम हथियारों के निर्माण और बिक्री पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव भी पारित किया था।