कंक्रीट इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर Ajax Engineering Ltd के आईपीओ को काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला था। लेकिन, इसकी शेयर बाजार में एंट्री काफी कमजोर रही है। Ajax Engineering के शेयर 629 रुपये के इश्यू प्राइस की तुलना में 8 फीसदी से अधिक की गिरावट के साथ लिस्ट हुए।
Ajax Engineering की लिस्टिंग
Ajax Engineering का स्टॉक बीएसई (BSE) पर 593 रुपये पर लिस्ट हुआ। यह इश्यू प्राइस से 5.72 फीसदी कम था। यह लिस्टिंग के कुछ समय बाद 565 रुपये तक गिर गया। इसका मतलब कि आईपीओ निवेशकों का घाटा 10.17 फीसदी तक हो गया है। वहीं, एनएसई (NSE) पर स्टॉक 576 रुपये के स्तर पर लिस्ट हुआ, जो 8.42 फीसदी की गिरावट को दिखाता है। Ajax Engineering का वैल्यूएशन (Market Valuation) 6,613.29 करोड़ रुपये रहा। हालांकि, बाद में इसमें तेजी देखी और शेयर बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे।
IPO को मिला था अच्छा रिस्पॉन्स
Ajax Engineering Ltd का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) पूरी तरह सब्सक्राइब हुआ था। बोली लगाने के अंतिम दिन यह 6.45 गुना सब्सक्राइब हुआ, जिससे निवेशकों की दिलचस्पी का पता चलता है। IPO का प्राइस बैंड 599-629 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था। इस इश्यू का साइज 1,269 करोड़ रुपये था। मजबूत सब्सक्रिप्शन के बावजूद, लिस्टिंग के बाद शेयरों में गिरावट ने निवेशकों को निराश किया।
Ajax Engineering का बिजनेस
Ajax Engineering भारत में कंक्रीट मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की दिग्गज कंपनियों में से एक है। यह कंक्रीट एप्लिकेशन वैल्यू चेन में कई तरह के मशीनरी, उपकरण, सेवाएं और समाधान उपल्बध कराती है। कंपनी के पास कर्नाटक में चार असेंबली और मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं। इसमें से हर यूनिट अलग-अलग उत्पाद लाइनों में विशेषज्ञता रखती है।कंपनी इनोवेटिव कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी पर फोकस कर रही है, जिससे वह भारतीय और वैश्विक बाजार में अपनी स्थिति मजबूत कर रही है।
Ajax Engineering की कमजोर लिस्टिंग की वजह
Ajax Engineering के आईपीओ को निवेशकों की मजबूत प्रतिक्रिया मिली थी। हालांकि, भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का रुख है। पिछले कई कारोबारी सत्रों से सेंसेक्स-निफ्टी में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। इससे बाजार में बिकवाली का ट्रेंड मिल रहा है। यही वजह है कि Ajax Engineering के शेयरों की कमजोर लिस्टिंग हुई है।Ajax Engineering के शेयरों में आगे कैसा प्रदर्शन रहेगा, यह बाजार के सेंटिमेंट और कंपनी की फाइनेंशियल ग्रोथ पर निर्भर करेगा।