मार्केट कैप के लिहाज से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की 43वीं एनुअल मीटिंग (AGM) शुरू हो चुकी. इस मीटिंग को संबोधित करते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि हम इस बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और अन्य ऑडियो—विजुअल माध्यमों से यह एजीएम कर रहे हैं जो कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के सर्कुलर के मुताबिक है.
इस बीच, बुधवार के कारोबार में रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में करीब 3 फीसदी तक की तेजी देखने को मिली और यह 1975 रुपये के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया.
इससे पहले, मंगलवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर भाव दबाव में थे. वहीं रिलायंस इंडस्ट्रीज के मार्केट कैप की बात करें तो 12 लाख 45 हजार करोड़ के स्तर पर है. यह पहली भारतीय कंपनी है जिसने इस मुकाम को हासिल किया है. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने ही 9, 10 और 11 लाख करोड़ के मार्केट कैप के लक्ष्य को हासिल किया था.
कोरोना संकट काल में रिलायंस इंडस्ट्रीज को एक के बाद एक, कई बड़ी सफलताएं मिली हैं. रिलायंस के जियो प्लेटफॉर्म को वैश्विक स्तर पर 1 लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश मिल चुका है.
अहम बात ये है कि इन निवेशकों में फेसबुक जैसी कंपनियां शामिल हैं. इस निवेश की वजह से रिलायंस इंडस्ट्रीज कर्जमुक्त भी हो गई है. आपको यहां बता दें कि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कर्ज मुक्त होने के लिए मार्च 2021 तक की डेडलाइन रखी थी. कहने का मतलब ये है कि कंपनी समय से करीब 9 माह पहले ही कर्जमुक्त हो गई है.
हाल ही में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने शेयर बाजार को बताया था कि कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी के 80 लाख से ज्यादा शेयर हो गए हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज के हाल में बंद हुए राइट्स इश्यू में मुकेश अंबानी को कुल 5.52 लाख शेयर मिले हैं. इसी के साथ मुकेश अंबानी के पास अब रिलायंस इंडस्ट्रीज के 80.52 लाख शेयर हो गए हैं. राइट्स इश्यू से पहले उनके पास 75 लाख शेयर थे.
बता दें कि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने निवेशकों के लिए 53,124 करोड़ रुपये के राइट्स इश्यू को लॉन्च किया था. इसके जरिए कंपनी ने अपने शेयरधारकों को अतिरिक्त शेयर खरीदने का मौका दिया था. इस इश्यू को 1.6 गुना सब्सक्रिप्शन मिला. शेयरों के लिए कुल 84,000 करोड़ रुपये की बोलियां मिली थीं.