अडानी समूह की पोर्ट और लॉजिस्टिक कंपनी अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (APSEZ) ने ग्लोबल ऑफशोर सप्लाई वेसल ऑपरेटर एस्ट्रो ऑफशोर ग्रुप (Astro Offshore Group) में 185 मिलियन डॉलर में 80% हिस्सेदारी खरीदने का निर्णय लिया है। यह सौदा पूरी तरह कैश में किया जाएगा।
इस अधिग्रहण के बाद एस्ट्रो के मौजूदा प्रमोटर 2 फीसदी हिस्सेदारी बनाए रखेंगे, जबकि अडानी पोर्ट्स के पास 80 फीसदी हिस्सेदारी होगी।
कंपनी की जानकारी
एस्ट्रो ऑफशोर ग्रुप की स्थापना 2009 में हुई थी और यह मिडिल ईस्ट, भारत, ईस्ट एशिया और अफ्रीका में एक प्रमुख ऑफशोर सप्लाई वेसल ऑपरेटर है। कंपनी के पास कुल 26 ऑफशोर सप्लाई वेसल्स हैं और इसके प्रमुख ग्राहकों में NMDC, McDermott, COOEC, Larsen & Toubro (L&T) और Saipem शामिल हैं।
डील का असर
अडानी पोर्ट्स ने बताया कि इस लेन-देन के पहले वर्ष से ही कंपनी में मूल्य सृजन (वैल्यू क्रिएशन) शुरू हो जाएगा। यह अधिग्रहण अडानी पोर्ट्स के ऑफशोर सप्लाई वेसल सेक्टर में प्रवेश और विस्तार की रणनीति का हिस्सा है, जो ग्लोबल बाजार में इसकी उपस्थिति को और मजबूत करेगा।
रेगुलेटरी फाइलिंग
स्टॉक एक्सचेंजों के पास की गई रेगुलेटरी फाइलिंग में गौतम अडानी की अडानी पोर्ट्स ने इस अधिग्रहण की जानकारी दी है। कंपनी ने कहा है कि यह कदम उसके रणनीतिक विस्तार योजना के तहत है और इस सौदे के पूरा होने के बाद कंपनी की वित्तीय स्थिति में सुधार की उम्मीद है।