हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में चल रहे सीमेंट विवाद के बीच अडानी ग्रुप (Adani Group) के व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर स्टेट एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट ने छापेमारी की है. इन टीमों ने बुधवार को हिमाचल प्रदेश में अडानी विल्मर ग्रुप (Adani Wilmar Group) के स्टोर्स पर कार्रवाई की है. एक्साइज महकमे के साउथ एन्फोर्समेंट जोन की टीम बुधवार देर शाम को परवाणू में अडानी के स्टोर्स पर पहुंची जहां अडानी के रिकॉर्ड को खंगाला गया. बता दें कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद से अडानी ग्रुप को झटका लगा है. अडानी ग्रुप के शेयर धड़ाम हो गए. हालांकि, बुधवार को कुछ रिवकरी भी हुई. शेयर नीचे आने के बाद गौतम अडानी दुनिया के टॉप अमीरों की लिस्ट से बाहर हो गए थे. विपक्ष लगातार सरकार अडानी मुद्दे पर घेरने की कोशिश कर रहा है. इस बीच, हिमाचल में अडानी ग्रुप के स्टोर्स पर रेड की गई है.
अडानी ग्रुप को झटका!
जान लें कि अमेरिकी रिसर्च कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने बीते 24 जनवरी को अडानी ग्रुप पर एक रिपोर्ट जारी करके धोखाधड़ी का आरोप लगाया था. रिपोर्ट सामने आने के बाद से लगातार अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई थी. हालांकि, बुधवार को अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 2,158.65 रुपये के भाव पर बंद हुए जो 19.76 फीसदी की बढ़ोतरी को दिखाता है. इसके साथ अडानी ग्रुप की कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 40,601.14 करोड़ बढ़कर 2.46 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया.
सरकार को घेरने की कोशिश में विपक्ष
हालांकि, अडानी ग्रुप से जुड़े आरोपों का जवाब नहीं देने के लिए विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर अडानी को बचाने का आरोप लगाया. पीएम मोदी ने लोकसभा में बुधवार को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत की जनता नकारात्मकता को स्वीकार नहीं कर सकती. उनके ऊपर लगे ‘झूठे आरोपों’ पर कभी भी भरोसा नहीं करेगी.
राहुल गांधी ने कही ये बात
वहीं, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री मोदी के जवाब को ध्यान भटकाने वाला कहा. उन्होंने कहा कि पीएम ने अपने ‘पसंदीदा बिजनेसमैन’ के साथ ‘संबंधों’ पर कोई शब्द भी नहीं कहा. इसके अलावा, राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जो बयान दिया उसमें सच नहीं था. वह गौतम अडानी को बचाव कर रहे हैं.