कपिल मिश्रा के बगावती तेवर ही आम आदमी पार्टी की इकलौती मुश्किल नहीं है. पार्टी के निलंबित विधायक अमानतुल्ला खान और कुमार विश्वास के बीच जंग भी थमी नहीं है. आम आदमी पार्टी के दफ्तर के बाहर लगे पोस्टरों से ये लड़ाई फिर उभरकर सामने आ गई है.
पोस्टरों में क्या है?
पोस्टरों में अमानतुल्ला खान को विधानसभा की सबसे ज्यादा कमेटियों को मेंबर और चेयरमैन बनाने पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बधाई दी गई है. साथ ही लिखा गया है, ‘जौहरी ही करता है हीरे की पहचान.’ हालांकि खबर उछलने के बाद पोस्टर हटा दिए गए हैं. ओखला विधायक अमानतुल्ला खान और कुमार विश्वास के बीच छत्तीस का आंकड़ा जगजाहिर है.
कुमार विश्वास की बैठक से पहले पोस्टर
ये पोस्टर आज सुबह चस्पां किए गए हैं. आज ही बतौर राजस्थान प्रभारी कुमार विश्वास राज्य के पार्टी नेताओं के साथ पहली बैठक थी. मीटिंग में शरीक होने पहुंचे कुमार विश्वास ने कहा कि पोस्टरों के बारे में ‘या तो हीेरे से पूछा जाए या जौहरी से.’
क्यों अमानतुल्ला और विश्वास के बीच अदावत?
एमसीडी चुनाव में मिली हार के बाद अमानतुल्ला खान ने कुमार विश्वास को बीजेपी और आरएसएस का एजेंट बताया था. उनका आरोप था कि कुमार विश्वास पार्टी में तख्तापलट की साजिश रच रहे हैं. इससे नाराज कुमार विश्वास को मनाने के लिए अमानतुल्ला को पार्टी से सस्पेंड किया गया था. कुमार का कहना था कि अमानतुल्ला पार्टी के ही कुछ नेताओं के इशारे पर आरोप लगा रहे हैं. कुछ ही दिन बाद केजरीवाल ने उन्हें दिल्ली विधानसभा में कई कमेटियों में जगह दे दी थी.