एजेंसी/ पटना : गया रोडरेज केस में एक 19 वर्षीय युवक की हत्या के बाद से जो नाम बार-बार सामने आ रहा है, वो है आरोपी रॉकी यादव की मां और जदयू की विधानसभा पार्षद मनोरमा देवी का। फिलहाल मनोरमा देवी, उनके बाहुबली पति बिंदी यादव और उनका बेटा सभी जेल में है। हांला कि मनोरमा ने खुद से कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। मनोरमा देवी का जन्म 1970 में पंजाब में हुआ था। उनके पिता हजारा सिंह एक ट्रक ड्राईवर थे। वो अक्सर जीटी रोड से आया जाया करते थे।
उसी दौरान वह बाराचट्टी के काहूदाग के पास एक ढाबे पर रूका करते थे। उसी ढाबे वाली की बेटी थी कबूतरी देवी। जिससे हजारा सिंह ने शादी कर ली और फिर वहीं जमीन खरीद कर बस भी गए। उन्हीं दोनों की बेटी है मनोरमा देवी। मनोरमा ने कन्या हाई स्कूल बाराचट्टी से मैट्रिक और सोभ कालेज से इंटर की परीक्षा पास की।
मनोरमा की तीन बहनें और एक भाई है। 1989 में मनोरमा की शादी बिंदी से हुई। तब बिंदी छोटी-मोटी ठेकेदारी करता था। मनोरमा से बिंदी की दूसरी शादी थी, जिसके लिए मनोरमा तैयार नहीं थी। लोग कहते है कि बिंदी ने मनोरमा से जबरन विवाद किया। इस शादी के बाद ही बिंदी की किस्मत चमकने लगी।
1990 में बिहार में लालू राज कायम था। तभी बिंदी ने अपनी धाक जमानी शुरु कर दी। आतंक का दूसरा नाम बन चुका बिंदी अब इलाके का बड़ा ठेकेदार बन गया था। उनके घर पर पैसों की बरसात होने लगी थी। अब परिवार समृद्धि की उंचाईयों पर पहुंच गया था। 2001 में मनोरमा में मोहनपुर ब्लॉक की प्रमुख बनी।
इसके बाद भी 2003 से 2009 तक राजद की टिकट पर वो एमएलसी रही। मनोरमा भी दबंग महिला रही है। बिंदी भले ही बाहुबली कहा जाता हो, लेकिन पत्नी के सामने उसने कभी अपना मुंह नहीं खोला। लेकिन मनोरमा का व्यवहार उनके सहयोगियों के लिए कुशल रहा।
रोडरेज केस में फंसे अपने बेटे को बचाने की मनोरमा ने जी तोड़ कोशिश की। आज उनका पूरा परिवार जेल में है। रॉकी पर हत्या और बिंदी पर बेटे को छुपाने और साक्ष्य छुपाने के आरोप है, तो मनोरमा यादव पर घर में शराब रखने का आरोप है। पार्टी ने उन्हें पहले ही निलंबित कर दिया है। मनोरमा ने सरेंडर करने बाद इस पूरे मामले को राजनीतिक साजिश करार दिया था।