New Delhi: 1940 के दौर में जहां अशोक कुमार, पहाड़ी सन्याल, पी सी बरुआ और मास्टर विनायक टॉप एक्टर्स की लिस्ट में शामिल हुआ करते थे। वहीं एक एक्टर ऐसा था जिन्होंने ना सिर्फ दिल छू लेने वाले एक्टिंग की बल्कि फिल्म इंडस्ट्री में खास जगह बनाई।सहारनपुर में फिर से जातीय हिंसा, दीवार बनाने को लेकर दो पक्षों में हुई मारामारी हुआ….
प्रेम अदीब एक ऐसा नाम जिन्हें उस दौर में भगवान राम का प्रतीक बताया जाता था। प्रेम अदीब का जन्म 10 अगस्त 1916 को सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश में हुआ था। उनके पिता पंडित राम प्रसाद वकील थे। एक्टर ने अपनी शुरूआती पढ़ाई -लिखाई सुल्तानपुर से ही पूरी की।
लेकिन बचपन से उनका ध्यान एक्टिंग की तरफ लगा रहता था। मन को रोक नहीं पाए अदीब और उसे पूरा करने के लिए लाहौर चले गए और वहां उन्होंने फिल्मों में एक्टिंग करना शुरू कर दिया। बता दें कि उनदिनों उत्तर भारत के लाहौर में फिल्म इंडस्ट्री हुआ करती थी।
कुछ दिनों तक स्ट्रगल करने के बाद प्रेम अदीब ने बम्बई की तरफ रूख कर लिया। एक्टर की पहली फिल्म ‘निराला हिंदुस्तान’ थी। उनकी पहली फिल्म हिट साबित हुई इस फिल्म के बाद एक्टर के पास फिल्मों की लाइन लग गई।
साल 1943 में उन्होंने किशन से शादी कर ली। इस दौरान उनकी फिल्म ‘राम राज्य’ रिलीज हुई इस फिल्म ने एक्टर को दुनियाभर में ख्याति दिलाई। बता दें कि फिल्म ‘राम राज्य’ को महात्मा गांधी ने भी काफी पसंद किया था।
इस फिल्म ने पूरे भारत में धूम मचा दिया था। बताया जाता है कि उस दौर में ये फिल्म 101 सप्ताह तक सिनेमाघरों में लगी हुई थी। अदीब साहब ने जिन एक्ट्रेसेस के साथ काम किया उनमें सुरैय्या, सुलोचना, शोभना समर्थ, सुमित्रा देवी, रतन माला और बेगम पारा का नाम शामिल हैं। प्रेम अदीब की फिल्मों की बात करें तो उन्होंने भारतीय सिनेमा में लव कुश, राम विवाह, भरत मिलाप, राम हनुमान युद्ध, पृथ्वीराज चौहान, रामभक्त विभीषण, राजा हरिश्चंद्र, राम बाण एवं भगत सिंह जैसी कई हिट फिल्में दी हैं।
प्रेम अदीब भगवान राम के किरदार में इस तरह रम गए थे कि लोग उन्हें भगवान समझ बैठे थे। सभी कैलेंडर व पोस्टरों में राम के रूप में प्रेम अदीब की तस्वीर चिपकाई जाती थी। कहा जाता था कि उनमें एक अलग तरह की मनमोहकता थी जो सभी का मन मोह लेती थी। यहीं नहीं ऐसा कहा जाता था कि प्रेम अदीब से पहले इतने सुंदर राम कभी पर्दे पर नहीं दिखे।
राम के अवतार में प्रेम अदीब को सीता के रूप में शोभना समर्थ मिली। दोनों की जोड़ी बिलकुल राम-सीता की जोड़ी बताई जाती थी। साल 1959 में प्रेम अदीब इस दुनिया को छोड़कर हमेशा के लिए चले गए। लेकिन फिल्म जगत में उनके इस योगदान को लोग आज भी याद करते हैं।