दिल्ली: नंदनगरी फ्लाईओवर शुरू, लाखों को मिली जाम से राहत

दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने नंदनगरी से गगन सिनेमा तक 1.5 किमी लंबे छह लेन फ्लाईओवर का उद्घाटन किया, जो 180 करोड़ में बना। इससे जाम कम होगा, 856 टन CO2 उत्सर्जन घटेगा और 8 लाख रुपये ईंधन बचेंगे।

नंदनगरी से गगन सिनेमा चौक के बीच वजीराबाद रोड पर बना छह लेन का फ्लाईओवर रविवार को जनता के लिए खोल दिया गया। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा, सांसद मनोज तिवारी और विधानसभा के डिप्टी स्पीकर मोहन सिंह बिष्ट के साथ इसका उद्घाटन किया। दिल्ली सरकार का कहना है कि फ्लाईओवर के शुरू होने से क्षेत्र के लाखों लोगों को जाम से निजात मिली है। वहीं, दिल्ली से गाजियाबाद की आवाजाही में भी सुधार होगा।

इस फ्लाईओवर का नंदनगरी, गोकुलपुरी, सीलमपुर, भजनपुरा, करावल नगर और यमुना विहार जैसे इलाकों के लोग लंबे समय से प्रतीक्षा कर रहे थे। यहां से गुजरने वाले यात्रियों को रोजाना गगन सिनेमा और नंदनगरी चौक पर भारी जाम का सामना करना पड़ रहा था। सुबह दफ्तर जाने और शाम को घर लौटने के समय यह जाम कई-कई किलोमीटर लंबा हो जाता था। फ्लाईओवर खुलने से सबसे ज्यादा राहत दफ्तर जाने वाले कर्मचारियों, स्कूल-कॉलेज के छात्रों, और गाजियाबाद की ओर से आने-जाने वाले वाहन चालकों को मिलेगी। ट्रांसपोर्ट कारोबार से जुड़े लोगों को भी बड़ा फायदा होगा। मालवाहक ट्रकों को अब पहले की तरह चौराहों पर लंबे समय तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इससे माल ढुलाई समय पर होगी और परिवहन लागत में भी कमी आएगी।

प्रदूषण घटेगा, ईंधन बचेगा: दिल्ली सरकार
दिल्ली सरकार ने दावा किया है कि फ्लाईओवर शुरू होने के बाद जाम से निजात मिलेगी। हर साल करीब 856 टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन घटेगा। यह उतना ही है जितना 35 हजार पेड़ सालभर में सोख सकते हैं। इसके अलावा हर दिन लगभग 8.06 लाख रुपये का ईंधन बचेगा और करीब 14,667 घंटे यात्रियों का कीमती समय बचेगा। फ्लाईओवर खुलने के साथ ही नंदनगरी और गगन सिनेमा चौक पर सिग्नल हटा दिए गए हैं। चौराहों पर ट्रैफिक प्रबंधन के लिए कई यू-टर्न बनाए गए हैं। नंदनगरी के पास स्थित मीडियन रोड और आईजीएल सीएनजी पंप की ओर जाने वाला रास्ता बंद कर दिया गया है। अब इन स्थानों तक पहुंचने के लिए वैकल्पिक यू-टर्न का इस्तेमाल करना होगा। इससे ट्रैफिक फ्लो लगातार बना रहेगा।

35 फीसदी बिजली की बचत
छह लेन के फ्लाईओवर की लंबाई 1.5 किलोमीटर और चौड़ाई 22 मीटर है। सड़क पर ऊर्जा बचाने के लिए एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगाई गई हैं जिससे 35 फीसदी बिजली की बचत होगी। साथ ही, वर्षा जल संचयन की व्यवस्था भी भारतीय सड़क कांग्रेस (आईआरसी) के मानकों के तहत की गई है। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों का कहना है कि इससे स्थानीय भूजल स्तर को फायदा पहुंचेगा।

देरी से बढ़ी फ्लाईओवर की लागत
फ्लाईओवर का निर्माण 14 माह देरी से पूरा हुआ। 27 पेड़ों को हटाने की अनुमति न मिलने से काम रुका रहा। बाद में पेड़ों को दूसरी जगह प्रत्यारोपित कर काम को आगे बढ़ाया गया। इससे लागत 29 करोड़ रुपये बढ़ गई और कुल 180 करोड़ रुपये खर्च हुए।

यमुनापार व ग्रामीण विकास बोर्ड के लिए एक-एक हजार का बजट
दिल्ली सरकार ने यमुनापार और ग्रामीण इलाकों के विकास के लिए बड़ी घोषणा की है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने नंदनगरी फ्लाईओवर के उद्घाटन के दौरान कहा कि यमुनापार विकास बोर्ड और ग्रामीण विकास बोर्ड के लिए 1000-1000 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। सरकार का लक्ष्य है कि किसी भी विकास परियोजना में धन की कमी आड़े न आए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते 11 साल में एक भी फ्लाईओवर नहीं बना जबकि मौजूदा सरकार ने अधूरे पड़े प्रोजेक्ट पूरे कर लोगों को समर्पित किए हैं। वहीं, सांसद मनोज तिवारी ने क्षेत्र की सड़क और नालों की समस्याएं उठाईं और जेल रोड, सेवाधाम रोड तथा फुटओवर ब्रिज जैसी परियोजनाओं पर जल्द काम शुरू करने की अपील की।

जनता के करोड़ों रुपये बचाए गए
लोक निर्माण विभाग मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा कि इस नंदनगरी फ्लाईओवर के उद्घाटन से दिल्ली की जनता के करोड़ों रुपये बचाए गए हैं, क्योंकि सरकार बड़े-बड़े विज्ञापनों पर विश्वास नहीं बल्कि जमीन पर हो रहे वास्तविक कार्यों पर भरोसा करती है। यह परियोजना केवल 27 पेड़ों के कारण 1 वर्ष 4 माह तक अटकी रही। इसके समाधान के लिए वर्तमान दिल्ली सरकार ने अनुमति प्रक्रिया का नियमित रूप से पालन किया और सुनिश्चित किया कि फ्लाईओवर जल्द जनता के लिए तैयार हो।

लेकिन अभी अड़चन बरकरार
सिग्नेचर ब्रिज से गाजियाबाद के भोेपूरा तक की आवाजाही के लिए नया फ्लाईओवर शुरू होने के बाद भी मार्ग पूरी तरह सिग्नल फ्री नहीं हुआ है। नए फ्लाईओवर के लिए नंदनगरी और गगन सिनेमा चौक पर दो सिग्नल बंद कर दिए गए हैं लेकिन इसी मार्ग पर डबल डेकर फ्लाईओवर का भी निर्माण हो रहा है। इसका काम पूरा होने के बाद ही लोगों की राह आसान हो पाएगी।

दरअसल, गाजियाबाद के पास भोपुरा बॉर्डर से सिग्नेचर ब्रिज तक लगभग सात किलोमीटर के सफर को सिग्नल फ्री करने के लिए दो फ्लाईओवर बनाने की योजना बनाई गई थी। इसमें नंद नगरी और गगन सिनेमा चौक का सिग्नल बंद करने के लिए फ्लाईओवर और भजनपुरा सिग्नल को खत्म करने के लिए डबलडेकर फ्लाईओवर का निर्माण शामिल है।

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