दिल्ली के द्वारका इलाके में स्थित सेंट थॉमस स्कूल और दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। दोनों ही जगहों पर पुलिस टीम पहुंच गई है और जांच में जुट गई है।
राजधानी दिल्ली में एक बार फिर से स्कूल-कॉलेजों को बम से उड़ाने की धमकी मिलनी शुरू हो गई है। मंगलवार को एक स्कूल और डीयू के नामी कॉलेज को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। धमकी मेल के जरिए मिली है। सूचना मिलते ही पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं।
दिल्ली पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि द्वारका के सेंट थॉमस स्कूल और दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। दिल्ली पुलिस का बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वॉड, दिल्ली फायर ब्रिगेड और स्पेशल स्टाफ की टीमें मौके पर मौजूद हैं। आगे कहा कि सेंट थॉमस स्कूल और सेंट स्टीफंस कॉलेज को खाली करा लिया गया है। अभी तक पुलिस को किसी भी जगह पर कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है। धमकी मेल के जरिए दी गई थी।
कल मिली थी तीन स्कूलों को धमकी
बीते सोमवार को राजधानी के तीन स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी फर्जी निकली। ईमेल के जरिये आई इन धमकियों के बाद पुलिस ने एहतियातन सीआरपीएफ के दो स्कूलों और नेवी चिल्ड्रन स्कूल को खाली करवा दिया था। आसपास के इलाकों में सुरक्षा भी बढ़ा दी गई थी। पुलिस ने तफ्तीश के बाद इन धमकियों को फर्जी बताया। हालांकि, पुलिस ईमेल आईडी भेजने वाले को तलाश रही है।
द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त अंकित सिंह ने बताया था कि सोमवार सुबह द्वारका (उत्तर) पुलिस स्टेशन को एक पीसीआर कॉल मिली थी, जिसमें सीआरपीएफ स्कूल में बम की धमकी की सूचना दी गई थी, इलाके की तुरंत तलाशी ली गई थी। स्थानीय पुलिस, खोजी कुत्ते और बम निरोधक दस्ते स्कूल पहुंचे लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है। रोहिणी जिला पुलिस उपायुक्त राजीव रंजन ने बताया कि प्रशांत विहार स्थित सीआरपीएफ स्कूल परिसर में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिलने के बाद, इसे अफवाह करार दे दिया गया। चाणक्यपुरी के नेवी स्कूल में भी कुछ संदिग्ध नहीं मिला।
साइबर सेल से ली जा रही मदद
दिल्ली पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार धमकी भरे ईमेल के स्रोत का पता लगाने के लिए साइबर सेल की मदद ले रहे हैं। इसके साथ ही दिल्ली पुलिस ने जनता से अपील की है कि वह अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें। इससे पहले दिसंबर महीने में पिछले साल 2024 में भी दिल्ली के कई स्कूलों को इसी तरह के धमकी भरे ईमेल मिले थे, जो बाद में सभी फर्जी साबित हुए थे। इन धमकियों ने दिल्ली वासियों को चिंता में डाल दिया था।