दिल्ली: सूत्रों का दावा है कि फैक्टरी मालिक का कर्मचारियों से पैसों को लेकर विवाद चल रहा था। इस संबंध में ठेकेदार बातचीत के लिए मालिक के पास आया था।
रिठाला की फैक्टरी में आग लगाई गई या शार्ट सर्किट या किसी दूसरी वजह से आग लगी पुलिस इसकी जांच कर रही है। वहीं, सूत्रों का दावा है कि फैक्टरी मालिक का कर्मचारियों से पैसों को लेकर विवाद चल रहा था। इस संबंध में ठेकेदार बातचीत के लिए मालिक के पास आया था।
मालिक ने पैसे देने से इंकार किया तो ठेकेदार ने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगी ली। इसके बाद वह जलता हुआ ऊपर-नीचे भागा, जिससे पूरी फैक्टरी में आग लग गई। हालांकि, इस मामले में पुलिस अधिकारी जानकारी न होने की बात कर रहे हैं।
वहीं, दमकल विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें भी ऐसी जानकारी मिली है, लेकिन इसकी जांच होगी। मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने दावा किया कि मालिक ने कर्मचारियों को पैसे देने से इंकार कर दिया था। इसके बाद ही ठेकेदार ने ऐसा कदम उठाया।
फैक्टरी के मालिक से पूछताछ कर रही पुलिस
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि फैक्टरी से क्राइम टीम व एफएसएल ने सैंपल उठाए हैं। आग लगने की वजहों की जांच की जा रही है। फैक्टरी मालिक और बाकी लोगों से पूछताछ के बाद ही इसका खुलासा हो पाएगा।
इमारत में काम करने वाले बाकी मजदूरों से बयान लेकर उनसे बातचीत की जा रही है। पुलिस टिशू फैक्टरी के मालिक आनंद और रूम फ्रेशनर फैक्टरी के मालिक राकेश से पूछताछ कर तथ्यों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।
कब क्या हुआ
शाम 7.25 बजे: दमकल विभाग को आग की खबर मिली। नजदीकी केंद्र से पांच गाड़ियां मौके पर भेजी गईं
शाम 7.29 बजे: सूचना मिलते ही पीसीआर, स्थानीय पुलिस व एंबुलेंस पहुंच गई
शाम 7.40 बजे: दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और राहत कार्य शुरू कर दिया
रात 8.00 बजे: जेसीबी की मदद से इमारत की ग्राउंड फ्लोर और पहली मंजिल की दीवारें तोड़ीं गईं
रात 9.00 बजे: दमकल की 16 गाड़ियां और बुलाईं गईं
रात 1.00 बजे: इमारत की पहली और दूसरी मंजिल से तीन शवों के अवशेष मिले
सुबह 5.00 बजे: दमकल की आठ गाड़ियों को और बुलाया गया
सुबह 8.40 बजे: चौथी मंजिल से एक और कर्मचारी का शव मिला
सुबह 9.00 बजे: दमकल कर्मियों ने आग को पूरी तरह बुझा लिया