उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सीबीआई कार्यालय में तैनात एसआई वीरेंद्र पर धनुष बाण से हमला किया गया। बाण लगने से घायल एएसआई को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एसआई वीरेंद्र का सिविल अस्पताल में इलाज जारी
बताया जा रहा है कि एएसआई वीरेंद्र सिंह गार्ड की ड्यूटी पर थे। इस दौरान किसी ने धनुष बाण से उन पर हमला कर दिया। बाण उनके सीने पर आकर लगा, जिससे वो घायल हो गए। घटना की सूचना पाकर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है। घायल एसआई वीरेंद्र का सिविल अस्पताल में इलाज जारी है। एसीबीआई एसआई की तहरीर पर हजरतगंज थाने में मुक़दमा दर्ज किया गया है।
CBI ऑफिस में गार्ड के रूप में तैनात थे ASI वीरेंद्र सिंह
घटना के संबंध में पुलिस द्वारा जारी प्रेस नोट में बताया गया कि 23 मई को समय करीब 11.15 बजे थाना स्थानीय पर सूचना मिली कि लखनऊ सीबीआई कार्यालय में किसी पर धनुष बाण से हमला किया गया है। इस सूचना पर तत्काल थाना स्थानीय पुलिस द्वारा मौके पर जाकर जानकारी की गई तो ज्ञात हुआ कि लखनऊ सीबीआई कार्यालय पर गार्ड डयूटी में तैनात ए.एस.आई वीरेंद्र सिंह पर धनुष बाण से वार किया गया जिससे वह घायल हो गये।
आरोपी पुलिस हिरासत में, पूछताछ जारी
एएसआई को इलाज हेतु अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बतायी गयी। इस सूचना पर तत्काल थाना हजरतगंज पर प्राप्त तहरीर के आधार पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर आरोपी को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अन्य आवश्यक विधिक कार्यवाही प्रचलित है।
1993 के रेलवे भ्रष्टाचार से जुड़ा तार
जानकारी के मुताबिक सन 1993 रेलवे में ट्रैप हुआ था। हमलावर के तार उसी मामले से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं। हमलावर पूर्व में रेलवे का कर्मी था या वादी इसकी जांच की जा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुराने दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। उसी मामले में आरोपी को रेलवे से निकाला गया था। मुकदमें की वजह से आरोपी ने यह कदम उठाया था। रेलवे में हुए ट्रैप के मामले में तत्कालीन समय सीबीआई ने मुकदाम दर्ज कराया था। हजरतगंज पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर जांच-पड़ताल में जुटी है।