वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए डीडीए ने अभियान के तहत 357 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है।
दिल्ली ग्रामोदय अभियान के तहत राजधानी के गांवों को नई पहचान देने की दिशा में दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने बड़ा कदम उठाया है। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए डीडीए ने अभियान के तहत 357 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है।
उद्यान, व्यायामशालाएं, पक्की सड़कें, सीवर लाइन, जल निकायों का पुनरुद्धार, श्मशान घाट और चारागाहों के विकास के साथ ग्रामीण दिल्ली को आधुनिक सुविधाओं से जोड़ा जाएगा। यह योजना न केवल गांवों की बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करेगी, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था और जीवन स्तर को भी नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।
दिल्ली ग्रामोदय अभियान (डीजीए) के माध्यम से दिल्ली के गांव 2026 तक सतत विकास के मॉडल के रूप में उभरने की राह पर हैं। दिसंबर 2023 में एलजी वीके सक्सेना की ओर से शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य शहरीकृत गांवों में आवश्यक बुनियादी सुविधाओं का निर्माण और विकास करना है।
इसके लिए दिल्ली सरकार के राजस्व विभाग (जीएनसीटीडी) की ओर से डीडीए को हस्तांतरित करीब 959 करोड़ रुपये की धनराशि का उपयोग किया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए डीडीए ने इस अभियान के तहत 357 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया है, जो ग्रामीण दिल्ली को आधुनिक और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
हरित वातावरण-स्वस्थ जीवनशैली देना लक्ष्य
दिल्ली ग्रामोदय अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में हरियाली बढ़ाने, स्वस्थ जीवनशैली के लिए नए उद्यान व ओपन जिम खोले जाएंगे। गांवों में कच्ची, टूटी-फूटी सड़कों के पक्का होने से आवागमन सुगम होगा। स्वच्छता के लिए सीवर लाइनों का निर्माण और जल निकासी प्रणाली को दुरुस्त करना है।
तालाबों और अन्य जल स्रोतों की सफाई, पुनरुद्धार से जल संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा। उद्यानों में अमरूद, जामुन, आंवला जैसे फलदार पौधे व जेकरंडा (नीलमोहर), गुलमोहर, अमलतास सहित अन्य सुंदर दिखने वाले फूलों की विशेष प्रजातियां लगाई जाएंगी। कृषि जरूरतों को ध्यान में रखते हुए चारागाहों का विकास होगा। सामाजिक जरूरतों के लिहाज से श्मशान घाटों पर बिजली और गैस आधारित भट्टियां लगाई जाएंगी।
डीडीए का विजन और कार्ययोजना
दिल्ली ग्रामोदय अभियान ग्रामीण में करीब 200 गावों को शामिल किया है, 20 से ज्यादा गांवों में 18 से ज्यादा विकास कार्य शुरू हो गए हैं। वित्तीय वर्ष 2025-26 में इन परियोजनाओं को गति मिलेगी और नए काम शुरू होंगे। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बाजारों तक पहुंच आसान होगी और आर्थिक विकास को बल मिलेगा।
बेहतर सड़कें और स्वच्छता सुविधाएं ग्रामीणों के दैनिक जीवन को सुगम बनाएंगी, जबकि उद्यान और व्यायामशालाएं सामुदायिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देंगी। जल निकायों का पुनरुद्धार न केवल पर्यावरण संरक्षण में योगदान देगा, बल्कि स्थानीय स्तर पर जल प्रबंधन को भी मजबूत करेगा।