मंत्री विज बोले: पाकिस्तान तुम्हारा आटा-पानी बंद, तुम लड़ोगे तो हम क्यों देंगे

पाकिस्तान को लेकर हरियाणा सरकार के मंत्री अनिल विज ने कहा कि हमारा पानी है, हिमालय से सिंधु नदी आ रही है। सिंधु सिर्फ नदी नहीं सभ्यता का नाम भी है। हम भाईचारे में पानी दे रहे थे लेकिन तुम लड़ोगे तो हम क्यों देंगे। आटा तुम्हारे पास पहले ही नहीं था, अब पानी भी बंद हो गया। तुम्हारा आटा-पानी बंद हो गया।

हमला करने वालों के साथ उनके आकाओं को भी दी जाए कड़ी सजा : महिपाल ढांडा
शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि पहलगाम में निहत्थे लोगों की नृशंस हत्या की गई है। वह भी धर्म पूछकर उन पर गोलियां बरसाई गई। हमलावरों की आत्मा मरी हुई है। आतंकी हमले पर सभी को गहरा दुख और आक्रोश है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हमारी अपील है कि हमला करने वालों के साथ-साथ उनके आकाओं को भी कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पहले ही सुरक्षा के लिए कठोर कदम उठाने का एलान कर चुके हैं।

वह बीआर आंबेडकर लॉ यूनिवर्सिटी, राजीव गांधी एजुकेशन सिटी, राई में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। वह यहां आयोजित छठे स्थापना दिवस समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे। शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहलगाम में हुए जघन्य हत्याकांड के बाद व्यापक आक्रोश है। महिपाल ढांडा ने कहा कि कुछ तथाकथित सेक्युलर लोग अब धर्मनिरपेक्षता की दुहाई देकर बयानबाजी करेंगे, जबकि सच्चाई यह है कि हमारे नागरिकों को धर्म पूछकर मौत के घाट उतारा गया है। देशवासी अब ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेंगे।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि आतंकवादियों के साथ उनके मददगारों के खिलाफ भी सख्त कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के लोग अब जागरूक हैं और आतंकवाद को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने पहले भी आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं और भविष्य में भी ऐसे तत्वों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि आतंकवाद के खिलाफ कठोरतम सजा सुनिश्चित की जाए, ताकि भविष्य में कोई भी हमारे देश की एकता और अखंडता पर हमला करने का साहस न कर सके।

भारतीय कानूनों के नए युग की शुरुआत
शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि आजादी के बाद भी हम अंग्रेजों के अपनी सुविधा अनुसार बनाए कानूनों को ही लागू कर रहे थे। अब भारत में नए कानून बनाए है। अंग्रेजों के जमाने में बनाए गए पुराने कानून अब बदले गए हैं। सरकार ने भारतीय न्याय संहिता के तहत आधुनिक और भारत केंद्रित कानून व्यवस्था स्थापित करने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। अब लॉ यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में भारतीय संदर्भों पर आधारित नए न्यायविद और कानून विशेषज्ञ तैयार किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह नए न्यायविद देश के न्यायिक ढांचे को और अधिक सशक्त और प्रभावी बनाएंगे। इस दौरान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली, विवि के कुलपति अशोक कुमार भी मौजूद रहे।

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