बिहार के अररिया में तीन दिन पहले वारंटी की गिरफ्तारी के दौरान एक सहायक अवर निरीक्षक की हत्या कर दी गई थी। अब मुंगेर में विवाद सुलझाने के दौरान पुलिस पर हमला किया गया। फिर एक ASI की जान चली गई।
अररिया के बाद अब मुंगेर में पुलिस टीम पर हमला हुआ है। इसमें भी एक पुलिसकर्मी (असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर) की मौत हो गई। घटना मुंगेर जिला के मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत नन्दलालपुर गांव की है। मृतक की पहचान ASI संतोष कुमार के रूप में हुई। वह मुफ्फसिल थाने में पिछले एक साल तैनात थे। वह भभुआ के रहने वाले थे।
बताया जा रहा है कि शुक्रवार रात आठ बजे सूचना मिली कि आईटीसी नंदलालपुर के पास दो पक्ष आपस में किसी बात को लेकर मारपीट कर रहे हैं। इसी सूचना पर ASI संतोष कुमार दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच गये और झगड़ा कर रहे दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश करने लगे। इसी दौरान एक पक्ष ने तेज धार हथियार से हमला कर दिया। ASI जब तक संभल पाते तब तक कई बार उनके सिर पर वार किया गया। इसके बाद वह बेहोश होकर गिर गए।
विवाद सुलझाने गए थे ASI संतोष कुमार
इधर, आननफानन में सहयोगी पुलिसकर्मियों ने संतोष कुमार को सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों ने उनका प्राथमिक उपचार कर उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया है। पुलिस ले जाते वक्त संतोष कुमार ने दम तोड़ दिया। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। घटना के संबंध में सदर एसडीपीओ अभिषेक आनंद ने बताया कि मुफस्सिल थाना की डायल 112 पर सूचना आई कि नंदलालपुरा गांव में दो परिवारों के बीच मारपीट हो रही है।
इसी मामले को सुलझाने के लिए एसआई संतोष कुमार पुलिस के साथ गए थे। विवाद को सुलझाने के दौरान एक पक्ष ने एक शख्स ने तेज धार हथियार से उनके सर हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्होंने कहा एएसआई को बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया है उन्होंने कहा जो लोग इस तरह एएसआई के साथ किये उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा छापेमारी की जा रही है।
मुंगेर की घटना से पहले बुधवार देर रात अररिया में एक पुलिसकर्मी की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। छापेमारी के दौरान उनपर यह हमला हुआ था। मृतक 2007 बैच के असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर राजीव रंजन थे। अररिया एसपी अंजनी कुमार ने मौत की पुष्टि करते हुए कहा था कि छापेमारी के दौरान उनसे हाथापाई हुई थी और गिर जाने पर चोट से मौत की जानकारी है।
राजीव रंजन फुलकाहा थाना क्षेत्र मानिकपुर में फरार आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पहुंचे थे, जहां पुलिस और पब्लिक के बीच झड़प हो गई। इसी दौरान राजीव घायल हो गए। गंभीर स्थिति में उन्हें फारबिसगंज लाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में 18 लोगों को नामजद और 20-25 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया था।