आगरा के कागाराैल के काजीपाड़ा स्थित बड़ी मस्जिद में टाइल्स लगाने के विवाद और पथराव के बाद रविवार को शाम तक बाजार में दुकानें नहीं खुलीं। दो दिन बवाल होने से पुलिस की लापरवाही मानी जा रही है। सोशल मीडिया पर वीडियो भी वायरल हुआ है।
वहीं पुलिस का कहना है कि फायरिंग की पुष्टि नहीं हुई है। बड़ी मस्जिद के आसपास जगनेर और खेरागढ़ मार्ग पर 50 से अधिक दुकानें हैं। समुदाय विशेष के लोग रहते हैं। शनिवार को पथराव के बाद से ही तनाव की स्थिति थी। पुलिस नहीं लगाई गई। रविवार को सुबह दुकानें खुल चुकी थीं, अचानक पथराव, फायरिंग हुई। एसीपी सैंया देवेश सिंह का कहना है कि फायरिंग नहीं हुई है। कुछ ही देर में हंगामा शांत करा दिया गया। आरोपियों के घर में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग हैं। अन्य लोग फरार हैं।
त्येाहार से पहले तनाव
होली 14 मार्च को है। रमजान चल रहे हैं। इसको लेकर हर थाने में पीस कमेटी की बैठक की जा रही है। पुलिस आयुक्त ने थाना प्रभारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। इसके बावजूद दो दिन बवाल हुआ। इससे पुलिस की सतर्कता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
ये है मामला
काजीपाड़ा में 110 साल पुरानी बड़ी मस्जिद है। इमाम मुख्तार अली ने बताया कि मस्जिद परिसर में टाइल्स लगाने का कार्य चल रहा है। यह कार्य मोहल्ला घेर के अखलाक करा रहे थे। रकम लोगों ने जुटाई थी। दूसरे पक्ष के रईस आदि लोग टाइल्स लगाने में मनमानी का आरोप लगा रहे हैं। वह रकम के दुरुपयोग की बात कह रहे हैं।
शनिवार रात 8 बजे नमाज के लिए लोग आए थे। तभी रहीश और अखलाक पक्ष के लोगों में विवाद होने लगा। वह मस्जिद के बाहर आकर झगड़ने लगे। कुछ ही देर में पत्थर फेंके जाने लगे। कांच की बोतलें भी फेंकी गईं। जानकारी पर पुलिस पहुंची। तक मामला शांत हो गया।
रविवार सुबह 9 बजे एक बार फिर मस्जिद पर दोनों पक्षों के लोग आए तो विवाद शुरू हो गया। वह झगड़ते हुए सड़क पर आ गए। तब पुलिस भी तैनात नहीं थी। देखते ही देखते ईंट-पत्थर फेंके जाने लगे। बाजार में अफरातफरी मच गई। दुकानों के शटर गिर गए। बवाल के दाैरान फायरिंग भी हुई।