सरकारी दफ्तर का नाम सुनते ही मन में एक अजीब सा खयाल आता है, एक दुन्धली सी छवि मन में बनती है कि अंदर प्रवेश करने से पहले एक हाथ में छोटे गाँधी( 100 रूपए) लेकर चलना होगा यदि आपको किसी भी तरह के कागजात या दफ्तर से संबंधित कोई काम करना है. इसके बाद अंदर एक बाबु बैठे नजर आते हैं जो मुह में पान दबाए बड़ा सा पेट लिए बड़ी- बड़ी तसील रहे होते हैं. यह एक शहर या राज्य का मामला नहीं है, हर सरकारी दफ्तर की दशा कुछ ऐसी ही है.देखे विडियो, सेक्स के शोकीन मोदी के ये बड़े गवर्नर रंगे हाथ पकडे गए…
इस सरकारी दफ्तर में अजीबोगरीब नियम है जिसको सुनकर आपके भी होश उड़ जायेगे. किसी सरकारी दफ्तर में प्रवेश करने से पहले आपको अपने दिन की शुरुआत पोर्न फिल्मो और अश्लील तस्वीरों के साथ करनी हो तो आप को कैसा लगेगा. गौरतलब है आपको यह जानने के बाद बहुत हैरानी हो रही होगी लेकिन यह मामला है ही कुछ ऐसा है जिसे सुनने के बाद सभी का सर चकरा जाएगा.
यह मामला है राजस्थान प्रदेश का जहां खुद एक महिला मुख्यंत्री सत्ता में मौजूद है और यहां के मेडिकल कॉलेज में महिलाओं का उत्पीडन किया जा रहा है. दरअसल इस मेडिकल कॉलेज में जब कर्मचारी हाजरी लगाने के लिए मशीन में अपना थंब इम्प्रेशन लगाती है तो उस पर अश्लील तस्वीरें और विज्ञापन चलने लगते हैं. इस तरह से महिलाओं के साथ मानसिक उत्पीडन किया जा रहा है. यह बहुत ही शर्मनाक मामला है. जिस राज्य की सर्वेसर्वा खुद एक महिला मुख्यमंत्री हो और वहीं की महिलाओ के साथ इस तरह से मानसिक भावना आहत की जा रही हो तो फिर बाकी लोगों का क्या होगा.
यहां पर महिला कर्मचारी के साथ पुरुष भी हैं जिनको इस परेशानी का सामना करना पड़ता है. यह बहुत ही शर्म की बात है. दरअसल यहाँ पर सरकार ने हाजिरी के लिए बायोमेट्रिक मशीने लगवाई थी, जिस पर कुछ दिनों तक तो ठीक थक चला और उसके बाद इस तरह के अश्लील विज्ञापन दिखाये जाने लगे. जैसे ही कर्मचारी मशीन पर हाजरी लगाने जाते हैं, उस पर यह अश्लील विज्ञापन चलने लग जाता है.
सबसे ज्यादा बुरी हालत महिला कर्मचारियों और चिकित्सकों की होती है। उन्हें पुरुष कर्मचारियों की मौजूदगी में ही यह विज्ञापन देखने पड़ते हैं, इसके बाद ही वह अपनी हाजिरी लगा पाती हैं। मेडिकल कॉलेज में 150 से ज्यादा फैकल्टी है, जिनमें 30 फीसदी महिलाएं है।