सर्दियां शुरू होते ही मौसम में आने वाला बदलाव और ठंडक इंसान को थोड़ा आलसी बना सकती है। इस दौरान घर के बाहर निकलना बेहद मुश्किल काम लगता है। इसलिए अक्सर लोग घर में पड़े-पड़े सर्दियों में आने वाले वैरायटी से पकवान का आनंद लेते हैं, जिसके साइड इफेक्ट के रूप में तेजी से वेट गेन होने लगता है।
इस दौरान लोगों को इस बात का अंदाजा भी नहीं लगता है कि खुद अपनी गलतियों और आदतों के कारण अपना वजन बढ़ा रहा है। सर्दियों में अपनी ही आदतों में आए कुछ बदलावों के कारण वेट गेन को बढ़ावा मिलता है। ऐसे में इससे बचने के लिए इन आदतों को जानना और इसमें सुधार करना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ आदतों और गलतियों के बारे में, जिनके कारण सर्दियों के आने पर वेट गेन होना शुरू हो जाता है-
इन वजहों से बढ़ता है सर्दियों में वजन
सर्दी के कारण लोगों को कंबल में दुबक कर रहना काफी पसंद होता है। गर्म रजाई को छोड़ कर बाहर निकालने की जरा भी इच्छा नहीं होती है, जिससे सर्दियों के दौरान शारीरिक गतिविधि में तेजी से कमी आती है। सर्दियों में ये वेट गेन के मुख्य कारणों में से एक है।
सर्दियों में क्रिसमस न्यू ईयर जैसे तमाम त्योहार आते हैं, जिसमें न चाहते हुए भी कुछ न कुछ अनहेल्दी और हैवी ट्रीट खाने के कारण इस दौरान वजन तेजी से बढ़ता है।
सर्दियों में लोग शरीर को अंदर से गर्म रखने के लिए ज्यादा तेल मसाले वाली डाइट लेते हैं, जो कि शरीर के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है। ये तेजी से वेट गेन के लिए जिम्मेदार होते हैं।
सर्दियां आने पर कुछ लोगों ने सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर की समस्या शुरू हो जाती है। इस दौरान उल्टी, मितली, नींद न आना, डिप्रेशन और लो एनर्जी जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं। ऐसे में इंसान वर्कआउट स्किप करता है और इसकी वजह से क्रेविंग और ज्यादा खाने की आदत भी होने लगती है, जो सीधे तौर पर वेट गेन का कारण बनता है।
सर्दियों में दिन छोटे होते हैं और रातें लंबी होती हैं। ऐसे में रात में अनावश्यक क्रेविंग हो सकती है, जिससे वेट गेन संभव है।
सर्दियों में लोग जरूरत से ज्यादा मिल्क टी पीना शुरू कर देते हैं। दूध और रिफाइंड शुगर से बनी चाय सेहत के लिए किसी मायने में फायदेमंद नहीं है। ऐसे में सर्दियां आते ही दिन भर से 5 से 6 कप चाय पीना एक आम बात हो जाती है। ये भी सर्दियों में होने वाले वेट गेन का मुख्य कारण है।