कृष्ण जिनिंग परिसर में कथा की शुरुआत से पहले संपूर्ण नगर श्री राम राज्य यात्रा से भगवामय हो गया। श्री राम राज्य यात्रा में अंतरराष्ट्रीय कथा वाचिका श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा गिरी भी सम्मिलित हुईं।
भगवान श्रीराम के अयोध्या में मंदिर के 1 वर्ष पूर्ण होने पर नागदा के श्याम परिवार की अगवानी में सात दिवसीय भविष्य श्री राम कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा की शुरुआज 19 जनवरी से होगी और यह 25 जनवरी तक चलेगी। श्री राम मंदिर अयोध्या की प्रथम वर्षगांठ पर धर्ममय आयोजन की श्रृंखला में लगभग 10 दिवसीय उत्सव नागदा में मनाया जा रहा है।
कृष्ण जिनिंग परिसर में कथा की शुरुआत से पहले संपूर्ण नगर श्री राम राज्य यात्रा से भगवामय हो गया। श्री राम राज्य यात्रा में अंतरराष्ट्रीय कथा वाचिका श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा गिरी (वर्षा नागर) भी सम्मिलित हुईं। नगर परिक्रमा के दौरान 3 किलोमीटर लंबी राम राज्य यात्रा का 100 से अधिक विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक एवं व्यापारिक मंचों से पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया।
महिलाएं केसरिया साड़ी में लाल ध्वज निशान लेकर शामिल हुईं, जबकि पुरुष सफेद कुर्ता-पायजामा में बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए। नन्हे-मुन्ने बालक एवं बालिकाएं देवगण और मां दुर्गा-काली का रूप धारण कर वाहनों में सवार हुए। यात्रा में सबसे पहले पुष्पवर्षा के लिए कड़ाबिन चल रहे थे, जिसके बाद रविंद्र सिंह रघुवंशी के नेतृत्व में व्यायाम शाला अखाड़ा, बड़ी संख्या में ढोल, और डीजे की गाड़ी पर राम भजन चल रहे थे। सिर पर कलश लेकर गायत्री परिवार की महिलाएं पीतांबर वेशभूषा में गायत्री परिवार के भजनों के साथ चल रही थीं।
पंजाबी बैंड पर लगभग 30 से अधिक लड़कियां विशेष वेशभूषा में नृत्य के साथ सम्मिलित हुईं, जिसमें नरेंद्र लोहार की टीम और कन्याओं का विशेष योगदान रहा। श्री राम कथा की पोथी श्याम परिवार के अध्यक्ष मुकेश मोहता और उनकी धर्मपत्नी ललिता मोहता ने उठाई। श्याम परिवार की महिलाएं महामंडलेश्वर वर्षा नागर के साथ चल रही थीं। यात्रा में श्री राम, लक्ष्मण एवं जानकी रथ में विराजित थे। श्री राम राज्य यात्रा का समापन महिदपुर रोड, जवाहर मार्ग, महात्मा गांधी मार्ग से होते हुए कृष्णा जिनिंग परिसर में हुआ।
अन्नपूर्णा गिरी बोली- जहां राम की बात हो, वहीं अयोध्या
यात्रा में शामिल कथा व्यास अन्नपूर्णा गिरी ने उपस्थित सनातन प्रेमी एवं श्याम प्रेमियों के धार्मिक प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा- ‘जहां राम की बात होती है, वहीं अयोध्या होती है। इसलिए इस धर्ममय आयोजन और सात दिवसीय कथा के दौरान अब जन्मेजय की नगरी अयोध्या बन चुकी है। श्री राम की कृपा पात्र बनने के लिए आपको नित्य कथा श्रवण करना है’।