पिछले साल 11 नवंबर को ख्याति मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल में सात लोगों की एंजियोप्लास्टी की थी, जिनमें से दो की मौत हो गई थी। इसके बाद वस्त्रपुर पुलिस ने तीन एफआईआर दर्ज की थीं।
गुजरात के अहमदाबाद में एक निजी अस्पताल के चेयरमैन को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारी प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) के तहत गलत एंजियोप्लास्टी प्रक्रियाओं के कारण दो लाभार्थियों की मौत के मामले में हुई है।
दो महीने से अधिक समय से बच रहे थे पटेल
अहमदाबाद अपराध शाखा के निरीक्षक वीबी अल ने बताया कि ख्याति मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल के चेयरमैन कार्तिक पटेल को शुक्रवार देर रात दुबई से अहमदाबाद हवाई अड्डे पर उतरने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। वह दो महीने से अधिक समय से गिरफ्तारी से बच रहे थे।
क्या है मामला?
पिछले साल 11 नवंबर को ख्याति मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल में सात लोगों की एंजियोप्लास्टी की थी, जिनमें से दो की मौत हो गई थी। इसके बाद वस्त्रपुर पुलिस ने तीन एफआईआर दर्ज की थीं। जांच में यह सामने आया कि अस्पताल ने गांवों में मुफ्त जांच शिविर लगाकर पीएमजेएवाई कार्डधारकों को अनावश्यक एंजियोप्लास्टी करवाने के लिए राजी किया था। इन लोगों को आपात श्रेणी में दिखा कर सरकारी स्वीकृति ली गई और इसके बाद अस्पताल ने केंद्रीय योजना के तहत भुगतान का दावा किया था।
इन लोगों की हुई थी मौत
पीएमजेएवाई के तहत जरूरतमंद लोगों को प्रति वर्ष पांच लाख रुपये तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराया जाता है। इस योजना के दो लाभार्थियों-नागरभाई सेनमा (59) और महेश बारोट (45) की अहमदाबाद के बोदकदेव इलाके में स्थित ख्याति मल्टीस्पेशियल्टी अस्पताल में एंजियोप्लास्टी के साथ-साथ स्टेंट लगाने की प्रक्रिया के कुछ देर बाद मौत हो गई थी।
क्या है एंजियोप्लास्टी?
एंजियोप्लास्टी एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके तहत हृदय में खून के प्रवाह को बेहतर बनाने के लिए अवरुद्ध या संकुचित कोरोनरी धमनियों को चौड़ा किया जाता है।
अबतक नौ आरोपी गिरफ्तार
अब तक इस मामले में कुल नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें अस्पताल के सीईओ और मार्केटिंग डायरेक्टर भी शामिल हैं। पुलिस ने तीन प्राथमिकी दर्ज की हैं, जिसमें अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टरों पर हत्या की कोशिश, जालसाजी और आपराधिक साजिश के आरोप लगाए गए हैं।
सर्जरी की नहीं थी जरूरत
राज्य सरकार के एक अधिकारी ने 13 नवंबर को प्रारंभिक जांच के आधार पर कहा था कि आयुष्मान भारत योजना के जिन दो लाभार्थियों की एक निजी अस्पताल में एंजियोप्लास्टी के बाद मौत हो गई, उन्हें इस सर्जरी की जरूरत ही नहीं थी।
यह लोग भी हो चुके गिरफ्तार
अपराध शाखा ने अस्पताल की निदेशकों में से एक राजश्री कोठारी को उस समय गिरफ्तार किया था जब वह पिछले साल दिसंबर में राजस्थान के कोटा से भीलवाड़ा जा रही थी। पुलिस के अनुसार, अस्पताल ने पिछले साल पीएमजेएवाई के तहत प्रथम दृष्टया 11 करोड़ रुपये कमाए और 70 प्रतिशत आय ऐसे दावों से की गई।
इस मामले में गिरफ्तार अन्य लोगों में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रशांत वजीरानी, अस्पताल के सीईओ राहुल जैन, विपणन निदेशक चिराग राजपूत, विपणन कार्यकारी मिलिंद पटेल और उनके दो सहायक पंकिल पटेल और प्रतीक भट्ट तथा निदेशक राजश्री कोठारी और संजय पटोलिया शामिल हैं।