वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष 2024-25 में अप्रैल-नवंबर के दौरान वस्तुओं का कुल आयात 486 अरब डॉलर का रहा और इसमें 10 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी सोने की है। इस साल अप्रैल-नवंबर में सोने का आयात 49 अरब डॉलर का रहा। हालांकि वाणिज्य मंत्रालय का कहना है कि सोने की कीमत बढ़ने से भी सोने के आयात में अधिक इजाफा दिख रहा है।
सोने के प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ता जा रहा है। नवंबर में सोने का आयात 14.8 अरब डॉलर का रहा जो पिछले साल नवंबर की तुलना में 331 प्रतिशत अधिक है। नवंबर में वस्तुओं का कुल आयात 70 अरब डॉलर का रहा और इसमें सोने की हिस्सेदारी 21 प्रतिशत रही। सोने के आयात में इस बढ़ोतरी से नवंबर में व्यापार घाटा 37.8 अरब डॉलर हो गया जो अब तक का उच्चतम स्तर है।
सोने के प्रति निवेशकों का आकर्षण क्यों बढ़ रहा?
माना जा रहा है कि शेयर बाजार में पिछले दो-तीन माह से चल रहे भारी उतार-चढ़ाव को देखते हुए सोने के प्रति निवेशकों का आकर्षण बढ़ रहा है। दूसरी तरफ, नवंबर में वस्तुओं का निर्यात 32.11 अरब डॉलर का रहा जो पिछले साल नवंबर की तुलना में 4.83 प्रतिशत कम है। नवंबर में पेट्रोलियम पदार्थों के निर्यात में पिछले साल नवंबर की तुलना में 49 प्रतिशत की गिरावट रही और मुख्य रूप से इस वजह से ही वस्तुओं के कुल निर्यात में गिरावट आई है।
नवंबर के दौरान कुल कितना रहा वस्तु आयात
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष 2024-25 में अप्रैल-नवंबर के दौरान वस्तुओं का कुल आयात 486 अरब डॉलर का रहा और इसमें 10 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी सोने की है। इस साल अप्रैल-नवंबर में सोने का आयात 49 अरब डॉलर का रहा। हालांकि वाणिज्य मंत्रालय का कहना है कि सोने की कीमत बढ़ने से भी सोने के आयात में अधिक इजाफा दिख रहा है।
निर्यात के मोर्चे पर नवंबर में क्या हाल रहा
नवंबर में निर्यात के मोर्चे पर अच्छी बात यह रही कि रोजगारपरक वस्तुओं के निर्यात में बढ़ोतरी का रुख जारी है। नवंबर में इंजीनियरिंग गुड्स में 13.75 प्रतिशत, इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स में 54.72 प्रतिशत, रेडीमेड गारमेंट्स में 10 प्रतिशत, मैनमेड यार्न-फैबरिक में पांच प्रतिशत, चाय में 15 प्रतिशत, काफी में 16 प्रतिशत तो चावल के निर्यात में 95 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई।