हरियाणा में विधानसभा चुनाव में मतगणना जारी है। शुरुआती रुझान में कांग्रेस को बढ़त मिली रही थी लेकिन कुछ ही देर में बाजी पलट गई जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 48 सीटों पर आगे है जबकि कांग्रेस 36 सीट पर आगे है। इसे लेकर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गंभीर आरोप लगाया है। पार्टी के नेताओं का कहना है कि चुनाव आयोग जानबूझकर डेटा को धीरे-धीरे अपडेट कर रहा है, जिससे नतीजों में पारदर्शिता को खतरा पैदा हो रहा है।
कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने कहा, “चुनाव आयोग की वेबसाइट पर चुनावी रुझानों को जानबूझकर धीमी गति से साझा किया जा रहा है। इससे यह आशंका व्यक्त की जा रही है कि भाजपा प्रशासन पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है। वहीं कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, “ऐसा पहली बार हो रहा है कि चैनल अपने रिपोर्टर के आंकड़े नहीं बल्कि चुनाव आयोग के आंकड़े दिखा रहे हैं और चुनाव आयोग के आंकड़े 4 या 5वें राउंड के हैं जबकि हमारे कंट्रोल रूम से 11/12 राउंड के आंकड़े आ चुके हैं।
उन्होंने कहा कि 4 राउंड के बाद विनेश फोगाट को पीछे दिखाया गया लेकिन 9 राउंड के बाद वो 5200 वोटों से आगे हैं। आंकड़ों में इस अंतर को लेकर हमारे महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट कर चुनाव आयोग से पूछा है कि स्थानीय प्रशासन पर दबाव बनाने की ये क्या कोशिश है? हम चुनाव आयोग से इस पर तुरंत कार्रवाई करने और रुझानों को अपडेट करने की मांग कर रहे हैं। फिलहाल चुनाव आयोग ने कांग्रेस के आरोप का खंडन किया है।
आप को बता दें कि हरियाणा विधान सभा की 90 सीटों पर मतगणना जारी है। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध ताजा आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। सुबह आठ बजे मतगणना शुरू होने के बाद से ही राज्य में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला चल रहा है। टीवी चैनलों पर उपलब्ध शुरुआती रुझानों में कांग्रेस को भाजपा से आगे दिखाया गया था लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी ने बाद में तेजी से बढ़त बना ली।
निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, भाजपा 48 सीट पर और कांग्रेस 34 सीट पर आगे है। हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 46 है। राज्य के 22 जिलों में 93 केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए सुबह आठ बजे मतगणना चल रही है। इस विधानसभा चुनाव में भाजपा को लगातार तीसरी बार जीत मिलने की उम्मीद है जबकि कांग्रेस को 10 साल बाद सत्ता में लौटने की उम्मीद है।