गौतम गंभीर और सूर्यकुमार यादव की नवनियुक्त कोच और कप्तान की जोड़ी के साथ भारतीय टीम श्रीलंका के विरुद्ध शनिवार से यहां शुरू होने वाली तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों की सीरीज में अपनी विशेष छाप छोड़ने की कोशिश करेगी। गंभीर आईपीएल में कप्तान और मेंटर (मार्गदर्शक) के रूप में काफी सफल रहे हैं। वह राहुल द्रविड़ की जगह लेंगे जिनके कोच रहते हुए भारत ने अच्छी सफलताएं हासिल की थीं।
दो बार के विश्व कप विजेता गंभीर मुख्य कोच के रूप में जबकि टी20 के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक सूर्यकुमार खेल के इस छोटे प्रारूप में कप्तान के रूप में अपनी नई पारी शुरू करेंगे। गंभीर आईपीएल में कप्तान और मेंटर (मार्गदर्शक) के रूप में काफी सफल रहे हैं। वह राहुल द्रविड़ की जगह लेंगे जिनके कोच रहते हुए भारत ने अच्छी सफलताएं हासिल की थीं।
गंभीर के ऊपर बड़ा दायित्व
द्रविड़ के मुख्य कोच रहते हुए भारत ने आईसीसी प्रतियोगिताओं में तीनों प्रारूप के फाइनल में जगह बनाई तथा गंभीर को अब इन सफलताओं को नए मुकाम पर पहुंचाना होगा। सूर्यकुमार को कप्तान बनाना थोड़ा हैरानी भरा फैसला रहा क्योंकि रोहित शर्मा के टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद हार्दिक पांड्या को इस पद का प्रमुख दावेदार माना जा रहा था।
चयन समिति ने सूर्यकुमार के कप्तान के रूप में कम अनुभव को नजरअंदाज करके उन्हें टीम की कमान सौंपी है। अगला टी20 विश्व कप 2026 में भारत और श्रीलंका की संयुक्त मेजबानी में खेला जाएगा तथा चयनकर्ताओं के पास उसके लिए टीम तैयार करने के लिए अभी काफी समय है।
टीम में परिवर्तन का बड़ा दौर
भारतीय टीम में यह बदलाव पिछले महीने विश्व कप जीतने तथा रोहित, विराट कोहली और रवींद्र जडेजा के टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद आया है। भारतीय टीम जब परिवर्तन के दौर से गुजर रही है तब सीमित ओवरों की टीम के उप कप्तान शुभमन गिल इसे अपनी जगह पक्की करने के अवसर के रूप में देख रहे होंगे। केवल वही नहीं यशस्वी जायसवाल, रिंकू सिंह और यहां तक कि रियान पराग जैसे अन्य खिलाड़ी भी ऐसा करना चाहेंगे।
जडेजा की जगह लेने को तैयार अक्षर
अक्षर पटेल टीम में जडेजा की जगह लेने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। उनके अलावा भारत के पास हार्दिक, शिवम दुबे और वॉशिंगटन सुंदर के रूप में अच्छे ऑलराउंडर भी मौजूद हैं। जसप्रीत बुमराह को इस दौरे से विश्राम दिया गया है तथा उनकी अनुपस्थिति में अर्शदीप सिंह और मोहम्मद सिराज यहां की तेज गेंदबाजों के अनुकूल परिस्थितियों का पूरा लाभ उठाकर टीम में अपनी जगह मजबूत करना चाहेंगे।
चमीरा व तुषारा की कमी खलेगी
जहां तक श्रीलंका की बात है तो वह तेज गेंदबाजी विभाग में कमजोर नजर आता है क्योंकि उसके दो अनुभवी गेंदबाज दुष्मंथा चमीरा (ब्रोंकाइटिस और श्वसन संक्रमण) और नुवान तुषारा (उंगली में फ्रैक्चर) सीरीज से बाहर हो गए हैं। उनकी जगह असिथा फर्नांडो और दिलशान मदुशंका को टीम में लिया गया है।
श्रीलंका के टी20 विश्व कप में जल्दी बाहर होने के बाद कप्तान वानिंदु हसरंगा, कोच क्रिस सिल्वरवुड और सलाहकार कोच महेला जयवर्धने ने अपना पद छोड़ दिया था। श्रीलंका ने सनथ जयसूर्या को अंतरिम कोच नियुक्त किया है जिन्होंने अपनी टीम को भारत के स्टार खिलाड़ियों की अनुपस्थिति का पूरा लाभ उठाने के लिए कहा है लेकिन वह अपनी टीम की कमजोरी से भी अच्छी तरह वाकिफ हैं।
श्रीलंका के लिए भी नया दौर
भारत की तरह श्रीलंका भी नए दौर की शुरुआत करेगा। उसने कप्तानी की जिम्मेदारी अनुभवी बल्लेबाज चरिथ असलांका को सौंपी है। श्रीलंका घरेलू परिस्थितियों का लाभ उठाकर जीत हासिल करना चाहेगा। उसके पास कई अनुभवी खिलाड़ी हैं जिनमें पूर्व कप्तान दासुन शनाका, कुसल परेरा, कुसल मेंडिस और दिनेश चांदीमल शामिल हैं।
टीम इस प्रकार हैं
भारत : सूर्यकुमार यादव (कप्तान), शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल, रिंकू सिंह, रियान पराग, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), संजू सैमसन (विकेटकीपर), हार्दिक पांड्या, शिवम दुबे, अक्षर पटेल, वॉशिंगटन सुंदर, रवि बिश्नोई, अर्शदीप सिंह, खलील अहमद, मोहम्मद सिराज।
श्रीलंका : दिनेश चांदीमल, अविष्का फर्नांडो, कुसल मेंडिस (विकेटकीपर), पथुम निसांका, कुसल परेरा, चरिथ असलांका (कप्तान), वानिंदु हसरंगा, कामिंडु मेंडिस, दासुन शनाका, चामिंडु विक्रमसिंघे, बिनुरा फर्नांडो, असिथा फर्नांडो, दिलशान मदुशंका, मथीशा पथिराना, महेश थीक्षाना, डुनिथ वेलालगे।