जिला के गांव खड़गवास में एक एम.एससी. छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में उस समय नाटकीय मोड़ आ गया जब रात को किए जा रहे अंतिम संस्कार दौरान पुलिस श्माशानघाट पहुंच गई। पुलिस शव को जलती चिता के बीच से निकालकर अपने साथ ले गई। शव आधे से अधिक जल चुका था।
जानकारी के मुताबिक यह मामला गांव खड़गवास का है। गांव की एक अविवाहित युवती प्रिया की शनिवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। वह एम.एससी. की छात्रा थी। बताया जाता है कि उसने कोई जहरीला पदार्थ खा लिया था लेकिन इस बात की अभी तक पुष्टि नहीं हुई है।
परिवार के लोगों ने इस संदिग्ध मौत को लेकर संबधित थाना रामपुरा पुलिस को सूचित करने की बजाय अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू कर दीं। हो सकता है कि परिजनों को इस यात की जानकारी न हो कि संदिग्ध मौत होने पर पुलिस को सूचित करना व पोस्टमार्टम करवाना जरूरी होता है।
मृतका के परिजन बीती रात लगभग 9 बजे कुछ ग्रामवासियों के साथ प्रिया के अंतिम संस्कार के लिए निकल पड़े। गांव के श्मशानघाट में चिता तैयार कर उसे आग के हवाले कर दिया गया। चिता जब जल रही थी तो इसी दौरान रामपुरा थाना पुलिस वहां पहुंच गई। पुलिस को किसी ने सूचना दे दी थी कि संदिग्ध हालातों में मरी प्रिया का गुमचुप तरीके से अंतिम संस्कार किया जा रहा है।
वहां पहुंच पुलिस ने चिता पर पानी डालकर उसे शांत किया और उसमें से युक्ती का अधजला शव निकालकर अपने साथ ले गई। शव का रविवार को पोस्टमार्टम कराया गया। इसकी रिपोर्ट आने के बाद युवती की मौत के कारणों का पता चल सकेगा। इस बारे परिजनों ने चुपी साधे रखी। रामपुरा थाना प्रभारी मुकेश चन्द ने कहा कि परिजनों का कहना है कि प्रिया ने कोई जहरीला पदार्थ खाया है। शव का पोस्टमार्टम करवा दिया गया है, जांच जारी है।