2021 टी-20 विश्व कप में यूएई में विराट की कप्तानी में भारतीय टीम दूसरे दौर में भी नहीं पहुंच पाई थी। उसके बाद टीम को रोहित शर्मा की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया में 2022 टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में, इंग्लैंड में 2023 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में और पिछले साल ही अपने घर में हुए वनडे विश्व कप के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा।
अब भारत शनिवार को दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध फाइनल खेलेगी। सभी भारतीय यही चाहते हैं इस निर्णायक भिड़ंत में रोहित की टीम दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध जीत हासिल करके 13 साल से चले आ रहे आईसीसी ट्रॉफी के सूखे को खत्म करे।
भारत के लिए ये आईसीसी ट्रॉफी जीतने का सबसे अच्छा अवसर है क्योंकि दक्षिण अफ्रीकी टीम का इतिहास नाकआउट मुकाबलों में काफी खराब रहा है। दोनों टीमें इस विश्व कप में एक भी मैच नहीं हारी हैं। ये तो तय है कि रविवार को बारबाडोस में एक टीम ट्राफी घर ले जाएगी और दूसरी अपनी पहली हार से रूबरू होगी।
भारत की ताकत और कमजोरी
कप्तान रोहित शर्मा शानदार लय में हैं। अक्षर पटेल और कुलदीप यादव की स्पिन जोड़ी के साथ ही बुमराह विरोधी बल्लेबाजों के लिए बड़ा खतरा हैं। मध्य क्रम में शिवम दुबे कुछ खास नहीं कर पाए हैं। वहीं विराट का बल्ला भी अब तक शांत रहा है।
दक्षिण अफ्रीका की ताकत और कमजोरी
कैगिसो रबादा और एनरिक नोत्र्जे के साथ तबरेज शम्सी तिकड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रही है। बल्लेबाजी में क्विंटन डिकॉक 200 से अधिक रन बना चुके हैं। टीम की बल्लेबाजी चिंता का विषय है। डिकॉक को छोड़कर बाकी बल्लेबाजों ने टुकड़ों में प्रदर्शन किया है।