दुकान में साड़ी तय कर रहा था, तभी कुछ गिरने की आवाज आई। बाहर आकर देखा तो इमारत आग की जद में थी और छत भी भरभराकर ढहने लगी थी। जान बचाने के लिए भागना पड़ा। पलभर में आग तेजी से फैल गई।’ ये भयावह मंजर बयां करते हुए दुकानदार दीपक शर्मा की आंखें नम हो गईं।
चांदनी चौक अग्निकांड में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। आग कटरा की दुकानों तक फैल गई। अभी आग पूरी तरह से बुझी नहीं है। लगभग 110-120 दुकानें पूरी तरह या आंशिक रूप से प्रभावित हुई हैं। अग्निशमन अभियान जारी है। इस दौरान एक फायरमैन सतही रूप से झुलस गया था।
‘दुकान में साड़ी तय कर रहा था, तभी कुछ गिरने की आवाज आई। बाहर आकर देखा तो इमारत आग की जद में थी और छत भी भरभराकर ढहने लगी थी। जान बचाने के लिए भागना पड़ा। पलभर में आग तेजी से फैल गई।’ ये भयावह मंजर बयां करते हुए दुकानदार दीपक शर्मा की आंखें नम हो गईं।
उन्होंने बताया कि दुकान का सामान जलने से लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। तीन बच्चे हैं। आजीविका चलाने के लिए कुछ नहीं बचा हैं। बच्चों की पढ़ाई कैसे पूरी होगी पता नहीं। कई दुकानदारों की यही स्थिति है। प्रत्यक्षदर्शी काशिफ ने बताया कि आग से दुकानों में लगे एसी एक के बाद एक बम की तरह फट रहे थे, जिससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई। कोई कुछ समझ पाता इससे पहले पूरी इमारत आग के आगोश में समा गई और कुछ ही देर में जमींदोज हो गई।
रेलवे का टिकट काउंटर ठप
इलाके में स्थित रेलवे टिकट काउंटर बिजली न होने की वजह से प्रभावित रहा। इससे लोगों को परेशानी हुई। टिकट बनाने वाले कर्मचारी सुरेंद्र ने बताया कि बृहस्पतिवार शाम से बिजली आपूर्ति प्रभावित है। इस कारण टिकट नहीं बन पाए।
दुकानें खाली करने में लगे व्यापारी
कुछ दुकानदार आग फैलने के डर से शुक्रवार को माल को निकालने में लगे रहे। मारवाड़ी कटरा के दुकानदार राकेश गुप्ता ने बताया कि वे आग के बाद उम्मीद खो चुके थे कि उनकी दुकान बचेगी, लेकिन भगवान के आशीर्वाद से आग दुकान तक नहीं पहुंच पाई। अब आनन-फानन में दुकान को खाली कर रहे हैं।
दुकानों की छत पर हो पानी की टंकी
बाजार में आग बुझाने की कोई व्यवस्था नहीं है। प्रशासन से कई बार मांग की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। दुकानों की छतों पर पानी की टंकी होनी चाहिए, ताकि आपातकालीन स्थिति में आग बुझाई जा सके। साथ ही, चीर खाना बाजार में दमकल की गाड़ियों के आवागमन की व्यवस्था भी की जाए। इससे व्यापारियों को राहत मिलेगी। -कृष्ण मुरारी, पूर्व निगम पार्षद